क्या जुदा हो गये शिवपाल और अखिलेश ?
अखिलेश यादव में लोगों को जोड़ने का गुण नहीं: शिवपाल यादव
सपा मुखिया अखिलेश यादव की पार्टी में आज कल कुछ ठीक नहीं चल रहा है. धीरे धीरे उनके गढ़बंधन के सभी दल उनका साथ छोड़ रहे है या कहें अखिलेश खुद ही उनको सपा की डूबती नाव से उतरने को कह चुके है, चाहे राजभर, हो या महानदल हो अखिलेश यादव ने पत्र लिखकर उनको स्वतंत्र कर दिया है की वो किसी और दल के साथ जा सकते है.
शिवपाल को भी पत्र-
वहीँ चाचा भतीजे यानि अखिलेश और शिवपाल के बीच तो काफी वक़्त से सब कुछ सही नहीं है ये बात भी सबको पता है वहीँ जो पत्र बाकि दलों को अखिलेश ने दिया वो चाचा और उनकी पार्टी प्रस्पा को भी थमा दिया। जिसके बाद चाचा शिवपाल भतीजे से नाराज हो गए है और उन्होंने कुछ ऐसा कह दिया है जो चाचा और भतीजे के फ्रैक्चर रिश्ते को पूरी तरह से ख़त्म करने का काम कर सकती है।
शिवपाल यादव ने मुलायम सिंह यादव के दौर को याद करते हुए कहा- अखिलेश यादव में लोगों को जोड़ने का गुण नहीं है। नेताजी में है। उन्होंने आगे कहा कि, सपा से आजाद करने का पत्र जारी करना अखिलेश यादव की राजनीतिक अपरिपक्वता ही है। वह मुझे विधानमंडल दल से क्यों नहीं निकाल देते हैं। आप उनका ये बयान सुनिए।
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चाचा से इस लिए नाराजगी-
वहीं जानकरों की माने तो अखिलेश यादव अपने चाचा से इस लिए नाराज है क्योंकि उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को वोट न देकर NDA समर्थित द्रौपदी मुर्मू को वोट किया था। वहीं देखना ये होगा की ये चाचा और भतीजे के रिश्ते की खटास कड़वाहट में बदलती है या फिर कुछ ऐसा होगा की दोनों साथ आ जाएंगे।