दिल्ली के रेलवे प्लेटफॉर्म का बदला नाम, ‘नॉरिश और ‘बैल कोल्हू’ के नाम से जानेंगे आप !
दिल्ली के इस रेलवे स्टेशन के बदलते प्लेटफॉर्म का नाम सुनते ही यक़ीनन आप भी इसके पीछे की वजह जरूर जानना चाहेंगे। तो आइये आपको रूबरू कराते है
दिल्ली के इस रेलवे स्टेशन के बदलते प्लेटफॉर्म का नाम सुनते ही यक़ीनन आप भी इसके पीछे की वजह जरूर जानना चाहेंगे। तो आइये आपको रूबरू कराते है उस प्लेटफ्रॉम के अनोखे नाम और उसके पीछे की कहानी से जो है बड़ी दिल चस्प।
बीएल एग्रो को नामकरण का अधिकार
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म 14, 15 और 16 के नामो को चेंज कर ‘बैल कोल्हू’ तो कुछ का ‘नॉरिश’ रखा गया है आपको यह जानकार यकीकन यह लग रहा होगा की यह तो ब्रांड का नाम है। आइये आपको बताते है आखिर प्लेटफॉर्मों के नाम से लिए सिर्फ इन्हीं ब्रांड्स के नाम क्यों चुने गए। रेलवे ने उत्तर प्रदेश स्थित फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स (एफएमसीजी) कंपनी बीएल एग्रो को नामकरण का अधिकार दिया है। वहीं इस सौदे के साथ, बीएल एग्रो को प्लेटफॉर्म क्षेत्र में नामकरण अधिकार प्राप्त हुए, जिससे बेल कोल्हू के सेलिब्रिटी एंडोर्सर्स मनोज बाजपेयी, पंकज त्रिपाठी और नवाजुद्दीन सिद्दीकी को स्पोर्ट करने के लिए पैनल, होर्डिंग और विनाइल रैपिंग की अनुमति मिली।
होर्डिंग और विनाइल रैपिंग की अनुमति मिली
प्लेटफॉर्म 14 और 15 को ‘नौरिश प्लेटफॉर्म 14 और 15’ के रूप में और स्टेशन के अजमेरी गेट की तरफ प्लेटफॉर्म 16 को ‘बेल’ के रूप में ब्रांडेड किया जाएगा। कोल्हू प्लेटफार्म नं 16. का विज्ञापन देना। बता दें बेल कोल्हू के सेलिब्रिटी एंडोर्सर्स मनोज बाजपेयी, पंकज त्रिपाठी और नवाजुद्दीन सिद्दीकी को स्पोर्ट करने के लिए पैनल, होर्डिंग और विनाइल रैपिंग की अनुमति मिली। वहीं, नरिश की ब्रांड एंबेसडर शिल्पा शेट्टी हैं।बीएल एग्रो के साथ ब्रांडिंग अधिकारों का कार्यकाल शुरू में एक वर्ष के लिए है, जो इस अक्टूबर से शुरू हो रहा है। प्लेटफार्मों को सुशोभित करना, महिलाओं के लिए गुलाबी क्यूबिकल बनाना, ब्रांडों के लिए अनुभव क्षेत्र बनाना शामिल है, यह ब्रांडेड बुनियादी ढांचे के रखरखाव और रखरखाव का भी ध्यान रखेगा।
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