नगर निगम की अनूठी पहल: हर रविवार मच्छरों पर वार, धर्मगुरुओं के माध्यम से होगा जागरूकता का प्रसार !
संचारी रोगों की प्रभावी नियंत्रण हेतु नगर निगम लखनऊ में पहली बार विशेष प्रयास कर अनूठी पहल की शुरुआत की गई है।जिसके तहत
संचारी रोगों की प्रभावी नियंत्रण हेतु नगर निगम लखनऊ में पहली बार विशेष प्रयास कर अनूठी पहल की शुरुआत की गई है।जिसके तहत नगर आयुक्त श्री इंद्रजीत सिंह की अध्यक्षता में नगर के समस्त धर्म गुरुओं संग ” संचारी रोग अभिमुखीकरण” नाम से कार्यशाला/बैठक आयोजित की गई। बैठक में विशेष रूप से सर्व धर्मों के गुरु उपस्थित रहे, जिन्हें विस्तृत रूप से संचारी रोगों के बारे में व उनसे बचाव के तौर तरीकों से ऑडियो विसुअल की प्रस्तुतियां पेश कर जानकारी दी गयी।
विस्तृत चर्चा करते हुए बतायें बचाव के उपाय
मान्यता है कि ईश्वर के बाद अगर लोगों के जीवन मे दूसरे स्थान पर कोई आता है तो वो हमारे धर्मगुरु ही होते हैं।इसी सोच को लेकर नगर आयुक्त जी द्वारा ये विचार किया गया कि अगर सर्व धर्मो के गुरुओं द्वारा किसी संदेश को जनता तक पहुंचाया जाए तो उसका महत्व और प्रभाव ज्यादा होगा।जिस क्रम में आज लखनऊ नगर में नगर आयुक्त की अध्यक्षता में आहूत हुई बैठक में नगर के समस्त धर्म गुरुओं ने भाग लिया।जिन्हें ऑडियो विसुअल के माध्यम से गोदरेज संस्था के सहयोग से संचालित पाथ सी.एच.आर.आई. संस्था के आई.वी.एम्. को-ऑर्डिनेटर आशीष कुमार वर्मा ने संचारी रोगों को फ़ैलाने के लिए मुख्य रूप से ज़िम्मेदार मच्छर के जीवन चक्र और उनसे फैलने वाली बीमारियों के संबंध में विस्तृत चर्चा करते हुए बचाव के उपाय बतायें।
धर्म गुरुओं को विस्तृत जानकारी देने की अपील
इसके अतिरिक्त बैठक में बताया गया कि संचारी रोगों जैसे डेंगू, चिकनगुनिया, जेईएस, एईएस, जीका वायरस इत्यदि का पाजिटिव ऑरगिन मच्छर ही होता है, जिसका जीवन चक्र लगभग 24 से 25 दिनों का होता है।जिसमे से शुरुआत के आठ या सात दिनों तक वो पानी मे ही रहता है। इस लिए इन्हें पनपने से रोकने के लिए जरूरी है कि हर रविवार मच्छर पर वार किया जाए।या यूं कहें कि सप्ताह में एक बार अपने घरों में पानी की टंकी की सफाई, बन्द कूलर में ठहरे जल को निकालना, गमलों और फ्रिज की ट्रे में भरे पानी को निकालना एवं ग्रामीण क्षेत्रों में नीम की पत्तियों को जलाना बेहद जरूरी है।
साफ जगहों पर ठहरे पानी मे ही डेंगू के मच्छर की पैदावार होती है। हमारे घरों में उक्त जगहों पर ये मच्छर पनपने ना पाएं इस लिए आवश्यक है कि सप्ताह में एक बार/हर रविवार मच्छर पर वार बेहद जरूरी है। इस लिए आज की बैठक में समस्त धर्म गुरुओं को विस्तृत जानकारी देते हुए उनसे ये अपील की गई कि वे अपना योगदान देकर लोगों में जागरूकता का प्रसार करें।जिससे कि संचारी रोगों की रोकथाम कर उनको नियंत्रित किया जा सके।
अपशिष्ट को भी निस्तारित किये जाने की अपील
उक्त के अतिरिक्त सभी से ये भी अपील की गई कि वातावरण को शुद्ध रखने के उद्देश्य से प्लास्टिक को पूर्णतया प्रतिबंधित कर दें और लोगों से भी प्लास्टिक का इस्तेमाल कम से कम करने या बिल्कुल भी इस्तेमाल न करने के लिए उनसे अनुरोध कर उनमें जागरूकता का प्रसार करें।इस अपील को प्रभावी रूप से आत्मसात किये जाने के लिए हालही में निगम द्वारा गुरु पर्व पर प्लास्टिक का इस्तेमाल किस प्रकार प्रतिबंधित किया गया, इसका उदाहरण भी दिया गया। साथ ही समस्त धार्मिक स्थलों पर एकत्र होने वाले अपशिष्ट को भी वहीं पर निस्तारित किये जाने की अपील भी सभी से की गई।
नगर के सभी धर्मगुरु मौजूद रहे।
बैठक में एक धर्मगुरु द्वारा नगर आयुक्त जी से मंदिरों अथवा समस्त धार्मिक स्थलों पर भी नियमित फॉगिंग व एन्टी लार्वा का छिड़काव आदि कराये जाने का अनुरोध किया। जिस पर नगर आयुक्त महोदय द्वारा तत्काल प्रभाव से जिम्मेदार अधिकारियों को नियमित फॉगिंग कराये जाने के लिए आदेशित किया अंत मे नगर आयुक्त महोदय ने अपने उद्बोधन में कहा कि ये पहला अवसर है जिसमे सभी धर्मगुरुओं संग संचारी रोगों के पर्यपेक्ष में बैठक की गई है। जिसकी उन्होंने भोर भोर प्रशंसा करते हुए बैठक समापन की घोषणा की।
उक्त बैठक में नगर आयुक्त महोदय के अतिरिक्त अपर नगर आयुक्त श्री पंकज सिंह, श्री अभय पांडेय जी, नगर सास्थ्य अधिकारी श्री सुनील कुमार रावत, स्वास्थ्य विभाग की टीम, प्रेजेंटेशन करने वाली गोदरेज संस्था के सहयोग से संचालित पाथ सी.एच.आर.आई. संस्था के आईवीएम को कॉर्डिनेटर श्री आशीष कुमार वर्मा सहित नगर के सभी धर्मगुरु मौजूद रहे।
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