गंगा में मिले शवों का असली अपराधी कौन ?
मामले पर एक गोताखोर से बात हुई है तो उसने बताया की कि प्रतिवर्ष गंगा दशहरे के अवसर पर गोताखोरों की ड्यूटी लगाई जाती थी
फर्रुखाबाद : गंगा दशहरा के अवसर पर एक जगह पर 5 शव ( Dead body ) मिले हैं। जिनमे से दो की शिनाख्त हो गयी जिनके शव परिजन ले गये, जबकि 3 शव पुलिस सुरक्षा में शिनाख्त के लिए रखे हैं।
साइकिल व कपड़े पांचाल घाट गंगा तट पर
शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला सुनार वाली गली निवासी 19 वर्षीय बाबा पुत्र पप्पू यादव अपने दोस्त नखास चौकी के निकट निवासी गोविन्द पुत्र जितेन्द्र के साथ गंगा नहानें के लिए निकला था। जब काफी समय के बाद वह वापस नही आये तो बाबा व गोविन्द के परिजनों नें उनकी तलाश शुरू की। खोजबीन के दौरान उनकी साइकिल व कपड़े पांचाल घाट गंगा तट पर मौनी बाबा आश्रम के निकट मिले।
सूचना मिलने पर हिन्दूवादी नेता गुड्डू पंडित भी मौके पर आ गये। उन्होंने पुलिस और गोताखोरों को बुलवाकर खोजबीन करायी है। जिसके बाद भाजपा जिला मंत्री अंकित तिवारी भी आ गये। गोताखोरों नें एक ही जगह से चार शव निकाले जिसमे से बाबा व गोविन्द के शव की शिनाख्त हो गयी। साथ ही एक और युवक का शव गंगा नदी में गोताखोरों को मिला, जबकि तीन शवों की शिनाख्त नही हो सकी है। जिन्हें पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया, जबकि गोबिंद व बाबा के शवों को परिजन घर लेकर चले गए।
4 शवों की अभी तक पहचान नहीं
युवकों की मौत की सूचना पर परिजनों में कोहराम मच गया। वही 4 शव की अभी तक शिनाख्त नही हो सकी है। मामले पर गोताखोर से बात हुई है तो उसने बताया की गंगा दशहरे के अवसर पर कुल 7 लोगों की गंगा में डूबने से मौत हो चुकी है। जिनमें से 3 शवों की शिनाख्त हो सकी है। 4 शवों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है।