इटावा की पावन धरती पर बना प्राचीन नीलकंठ मंदिर सावन का पहला सोमवार को उमड़ी लाखों की भीड़ !
इटावा की पावन धरती पर बना महादेव सिद्ध पीठ ऐतिहासिक मन्दिर में पहले सोमवार को उमड़ी लाखों की भीड़ मन्दिर परिसर में रात से ही भक्तों का तांता लगना शुरू हो गया था
इटावा की पावन धरती पर बना महादेव सिद्ध पीठ ऐतिहासिक मन्दिर में पहले सोमवार को उमड़ी लाखों की भीड़ मन्दिर परिसर में रात से ही भक्तों का तांता लगना शुरू हो गया था, सुबह होते ही लाखों की संख्या में भक्तों की भीड़ पुलिस के मुताबिक सावन में मंदिरों में उमड़ने वाली भीड़ के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं नीलकंठ मंदिर के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई हैं इसी क्रम में सुबह से ही अपने हाथों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई पुलिस कर्मी मौजूद कर दिये है।
वही सीओ सिटी के द्वारा काँवर को भी अपने कंधों पर लेकर नीलकंठ मंदिर पर चढ़ाया और उमड़ी भारी भीड़ को भी संतुलन बनाये हुए है श्रद्धालुओ को धीरे धीरे करके दर्शन करवा रहे है पुलिस की चार चोकन्द व्यवस्था को लेकर आम जनता भी पुलिस की तारीफ कर रही सावन के दिन अभी तक किसी के साथ कोई अप्रिय घटना नही हुई है
नीलकण्ठ महादेव मन्दिर एक सिध्दपीठ मंदिर माना जाता है। मन्दिर में विराजमान भोले शंकर की एक अदभुत चमत्कार दिखाई देता है नीलकण्ठ महादेव का सबसे बड़ा चमत्कार हर घण्टे में अपना रंग बदलती है कई कलरों में अपना रूप दिखाकर भक्तो का मन मोह कर माँगी गयी मन्नतें पूरी होती होती है।
कई प्रदेशों से भक्तगण आकर नीलकण्ठ महादेव के दर्शन कर मन्नते मांगते है भक्तो का सिलसिला पूरी साल लगातार दिखाई देता है जो एक आस्था का प्रतीक माना जाता है। भक्तो का कहना है जो लोग मन्नते मागते है उनकी मनोकामना पूर्ण होती है इटावा शहर के पूर्वी क्षेत्र में घने जंगल बना ये विशालकाय नीलकण्ठ महादेव मन्दिर शिद्धपीठ मन्दिर माना जाता है,
जो एक आस्था का प्रतीक के रूप में जाना जाता है जहाँ कई प्रदेशों के लोग मंदिर में दर्शन करने पहुंचते है नीलकंठ मंदिर परिसर में ऐतिहासिक कुंआ स्तिथि है जो कुंए का जल अमृत के समान माना जाता है जो पांनी को पीता है वह बीमारियों से ठीक हो जाता है यह जल पूरे भारत में लोग जल भरकर ले जाते है।
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