HEALTH: सुबह उठते ही होता है शरीर में दर्द, हो जाएं सावधान !
ज्यादातर लोगों को सुबह उठने के बाद बदन दर्द जैसे दर्द का सामना करना पड़ता है। मौसम में अचानक बदलाव भी सुस्ती का कारण बनता है।
ज्यादातर लोगों को सुबह उठने के बाद बदन दर्द जैसे दर्द का सामना करना पड़ता है। मौसम में अचानक बदलाव भी सुस्ती का कारण बनता है। शारीरिक गतिविधि की कमी के कारण गठिया पीड़ितों को जोड़ों में दर्द का अनुभव होता है। कुछ लोगों को सिरदर्द जैसी ठंड की परेशानी का अनुभव होता है। विटामिन डी हमारी हड्डियों, दांतों और जोड़ों के अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सर्दियों में इसकी कमी के कारण शरीर में कैल्शियम और फास्फोरस को ठीक से अवशोषित करने की क्षमता कम हो जाती है, जिसके परिणामस्वरूप हड्डियों की शिकायत, फ्रैक्चर, मांसपेशियों में कमजोरी होती है।
इस विटामिन की कमी से हड्डियों में दर्द होने लगता है
पर्याप्त धूप न मिलने से विटामिन डी की कमी हो सकती है जिसका हमारी हड्डियों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। जब हवा का तापमान गिरता है, तो बैरोमीटर के दबाव में गिरावट से मांसपेशियों और ऊतकों का विस्तार होता है, जिससे शारीरिक दर्द जैसे लक्षण पैदा होते हैं। आर्थोस्कोपिक सर्जन और स्पोर्ट्स मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. शरीफ डुडेकुला ने मार्गदर्शन किया।
आप देखभाल कैसे करते हैं?
ठंड के दिनों में गर्म कपड़े पहनें। नियमित व्यायाम को महत्व दें। यह निश्चित रूप से हड्डियों और मांसपेशियों को लचीला बनाए रखने में मदद करेगा। शरीर में विटामिन डी के स्तर की जाँच करें, विटामिन डी की खुराक जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद करती है। अपने दैनिक जीवन में संतुलित एवं पौष्टिक आहार को शामिल करें।
गर्म पानी से स्नान करें, गर्म तौलिये का उपयोग करें (दस्ताने, ऊनी कपड़े और मोज़े पहनें), हीटिंग पैड का उपयोग करें। अपनी पीठ के साथ-साथ घुटनों और कूल्हे के जोड़ों पर तनाव कम करने के लिए संतुलित वजन रखें। गर्म पेय पियें, पर्याप्त नींद लें और संतुलित आहार लें।
हैशटैग भारत की हिन्दी वेबसाईटके लिए आप यहां www.hashtagbharatnews.com क्लिक कर सकते हैं। आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं।