BCCI किसी भी सूरत में विराट को नहीं देगी मौका, खतरे में पड़ा 100 इंटरनेशनल शतक बनाने का सपना !
वेस्टइंडीज के खिलाफ पांच टी-20 मुकाबलों की सीरीज से बाहर करने के बाद आयरलैंड के खिलाफ तीन टी-20 मुकाबलों की सीरीज में भी विराट कोहली का पत्ता काट दिया गया है।
वेस्टइंडीज के खिलाफ पांच टी-20 मुकाबलों की सीरीज से बाहर करने के बाद आयरलैंड के खिलाफ तीन टी-20 मुकाबलों की सीरीज में भी विराट कोहली का पत्ता काट दिया गया है। जसप्रीत बुमराह को बतौर कप्तान आयरलैंड भेजा गया है लेकिन विराट को टीम में भी शामिल नहीं किया गया है। इससे पहले वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे वनडे में भी युवा खिलाड़ियों को आजमाने के चक्कर में विराट को जबरदस्ती आराम दे दिया गया था।
विराट और रोहित की जगह आज भी T-20 इंटरनेशनल क्रिकेट में
सौरव गांगुली ने विराट कोहली को टी-20 इंटरनेशनल की टीम में चुनने की मांग की थी। सौरव ने कहा था कि विराट आज भी T-20 इंटरनेशनल में हिंदुस्तान के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं और ऐसे में उन्हें टीम में अवसर जरूर किया जाना चाहिए। दादा ने BCCI से कहा कि चाहे फॉर्मेट कोई भी हो, टीम में हमेशा सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों का चयन किया जाना चाहिए। सौरव ने जन्मदिन के अवसर पर दिए गए इंटरव्यू में कहा था कि विराट और रोहित की जगह आज भी T-20 इंटरनेशनल क्रिकेट में है। उन्होंने कहा कि मैं समझ नहीं पा रहा हूं, आखिर विराट T-20 इंटरनेशनल क्यों नहीं खेल सकते? अगर मुझसे पूछा जाए तो विराट कोहली की जगह हर हाल में T-20 टीम में बनती है।
सौरव गांगुली ने IPL 2023 में विराट कोहली के परफॉर्मेंस का दिया था उदाहरण
BCCI की तरफ से आधिकारिक तौर पर भले कुछ नहीं कहा गया है, लेकिन सूत्र बता रहे हैं कि अब विराट को T-20 इंटरनेशनल में नहीं चुना जाएगा। इस पूरी चर्चा के बीच सौरव गांगुली ने IPL 2023 में विराट कोहली के परफॉर्मेंस का उदाहरण दिया था। इस साल आईपीएल में विराट ने 14 मुकाबले खेलकर 53.25 की औसत और 140 की स्ट्राइक रेट से 639 रन बनाए थे। विराट के बल्ले से 2 शतक और 6 अर्धशतक आए थे। इसी परफॉर्मेंस के आधार पर सुनील गावस्कर जैसे दिग्गज ने भी विराट को वेस्टइंडीज के खिलाफ 5 T-20 इंटरनेशनल की सीरीज में अवसर देने की मांग की थी।
साल के अंत तक विराट टी-20 इंटरनेशनल से ले सकते हैं संन्यास
हालांकि रोहित IPL 2023 के 16 मुकाबलों में 332 रन ही बना सके थे और वह सीजन में सर्वाधिक रन बनाने के मामले में 28वें नंबर पर थे। पर अजीत अगरकर के नेतृत्व में चयनकर्ताओं ने रोहित के साथ ही विराट को भी T-20 इंटरनेशनल से ड्रॉप कर दिया। मीडिया के एक वर्ग ने लिख दिया कि साल के अंत तक विराट टी-20 इंटरनेशनल से संन्यास ले सकते हैं। इससे इंटरनेशनल क्रिकेट में 100 शतक जड़ने का विराट का सपना टूट सकता है। ऐसे में सौरव गांगुली ने विराट कोहली के पक्ष में आवाज बुलंद की है।
वनडे विश्वकप से ठीक पहले विराट पर दबाव बनाया जा रहा
दरअसल एक वर्ग है जो विराट को T-20 इंटरनेशनल खेलता हुआ नहीं देखना चाहता। विराट कोहली को बाहर करने के लिए फॉर्म की बजाय उम्र का हवाला दिया जा रहा है। वह 34 वर्ष के हैं और ऐसे में उनके लिए तीनों फॉर्मेट खेल पाना संभव नहीं होगा। ऐसा कहकर वनडे विश्वकप से ठीक पहले विराट पर दबाव बनाया जा रहा है। हमारे देश में दिक्कत ये है कि लोग बहुत जल्दी काफी कुछ भूल जाते हैं। वे भूल गए कि 2022 के T-20 वर्ल्ड कप की दिवाली इसी किंग कोहली ने काली होने से बचाई थी। पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए मुकाबले में टीम इंडिया 20 ओवर में 160 का टारगेट चेज कर रही थी। 6.1 ओवर में सिर्फ 31 रन पर 4 विकेट खोकर भारत निश्चित हार की तरफ बढ़ रहा था।
इंटरनेशनल क्रिकेट में सिर्फ और सिर्फ विराट कोहली ही खेल सकते हैं।
मुश्किल वक्त में विराट कोहली ने 53 गेंद पर 6 चौकों और 4 छक्कों की मदद से 82* रनों की मास्टरक्लास खेली थी। भारत ने 6 विकेट के नुकसान पर टारगेट चेज कर लिया था और समूचा हिंदुस्तान दिवाली के जश्न में डूब गया था। ऐसी पारी इंटरनेशनल क्रिकेट में सिर्फ और सिर्फ विराट कोहली ही खेल सकते हैं। T-20 क्रिकेट के सारे बड़े नाम पाक के खिलाफ जिस मौके पर फ्लॉप हो जाते हैं, वहां विराट कोहली अकेले डट जाते हैं और हिंदुस्तान को सबसे बड़ी जीत दिलाते हैं। ऐसे में आपके हिसाब से विराट को बाहर करना कितना सही है और कितना गलत?
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