Rajasthan: टीचर ने पानी पीने पर ली दलित बच्चे की जान !

राजस्थान के जालोर जिले से ऐसी खबर सामने आ रही हैं, जिसको जानने के बाद कोई भी अभिवावक अपने बच्चो के स्कूल टीचर्स पर शायद ही कभी भरोसा कर पाए।

राजस्थान के जालोर जिले से ऐसी खबर सामने आ रही हैं, जिसको जानने के बाद कोई भी अभिवावक अपने बच्चो के स्कूल टीचर्स पर शायद ही कभी भरोसा कर पाए , जहां एक तरफ भारत देश में गुरुओं को भगवान का दर्जा दिया जाता है वहीं दूसरी तरफ जब ऐसी बात सामने आए जिसमे एक शिक्षक अपने ही छात्र की जान का दुश्मन बन जाए तो यह बात बहुत ज्यादा दुखदाई हो जाएगी। ठीक एक ऐसा ही मामला सामने आया है।

आखिर क्यों ली बच्चे की जान

राजस्थान के जालोर जिले में एक टीचर ने नौ वर्षीय छात्र को इस हद तक पीटा कि उनके कान की एक नस फट गई जिसके बाद काफी इलाज के बाद भी बच्चे की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ और उसने शनिवार 13 अगस्त को दम तोड़ दिया।”बच्चे का नाम इंद्र था। इंद्र मेघवाल जालोर के सुराना गांव के सरस्वती विद्या मंदिर में तीसरी कक्षा का छात्र था ,फिलहाल आरोपी टीचर छैलसिंह को सिरासत में ले लिया गया हैं। जानकारी के मुताबिक बच्चे के दलित जाति के होने के कारण शिक्षक द्वारा कथित तौर पर पानी के एक बर्तन को छूने के लिए पीटे जाने के बाद मौत हो गई।

अशोक गहलोत ने वक्त किया शोक

राजस्थान के मुख्यमंत्री ने इस दुःखद घटना के बाद ट्वीट कर कहा कि “जालौर के सायला थाना क्षेत्र के एक निजी स्कूल में शिक्षक द्वारा हमले में एक छात्र की मौत दुखद है। आरोपी शिक्षक के खिलाफ हत्या और एससी/एसटी एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तारी की गई है। साथ ही उन्होंने त्वरित जांच एवं दोषियों को सजा दिलाने के लिए प्रकरण अधिकारी योजना के तहत मामला उठाया है।सीएम के आगे कहा कि पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द न्याय सुनिश्चित किया जाएगा। मुख्यमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी।

 

बच्चे को बचाने के लिए किये गए कई प्रयास

जानकारी के मुताबिक बच्चे के चेहरे और कान में चोटें आईं जिसके बाद वह लगभग बेहोश हो गया,बच्चे को तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां से उसे उदयपुर के एक अस्पताल में रेफर कर दिया गया। इंद्र के पिता ने मीडिया को बताया कि वह लगभग एक सप्ताह तक उदयपुर के अस्पताल में भर्ती रहा, लेकिन कोई सुधार नहीं होने पर उसे अहमदाबाद ले गए। लेकिन इंद्र की हालत में सुधार नहीं हुआ और उसने शनिवार को दम तोड़ दिया।

 

आरोपी हुआ गिरफ्तार

आईपीसी की धारा 302 और एससी / एसटी अधिनियम के तहत आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है साथ ही राजस्थान शिक्षा विभाग की
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस मामले में एक जांच समिति भी गठित की है, जबकि स्कूल की ओर से एक जांच समिति के गठन के बाद भी मामले की जांच की जा रही हैं।

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