India’s New Vice President: जगदीप धनखड़ का राजनैतिक सफर !

Vice President: NDA उम्मीदवार जगदीप धनखड़ ने 528 वोट मार्गरेट अल्वा के खिलाफ करके उपराष्ट्रपति चुनाव में शानदार जीत दर्ज किया है।

Vice President: NDA उम्मीदवार जगदीप धनखड़ ने 528 वोट मार्गरेट अल्वा के खिलाफ करके उपराष्ट्रपति चुनाव में शानदार जीत दर्ज किया है। 11अगस्त को उप राष्ट्रपति पद की शपथ लेगें। चुनाव में विजेता घोषित किए जाने के तुरंत बाद प्रधानमंत्री मोदी ने संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी के आवास पर जगदीप धनखड़ से मुलाकात की और गुलदस्ता सौंप कर उन्हें बधाई भी दिया।

किसान पुत्र जगदीप धनखड़ ने कैसे तय किया उपराष्ट्रपति तक का सफर आइए जानते है।

एक छोटे से गांव में जन्मे थे जगदीप

जगदीप धनखड़ का जन्म राजस्थान के एक छोटे से गांव किठाना में 1951 में किसान परिवार हुआ था। जगदीप ने अपनी प्राथमिक शिक्षा गांव से 6 किलोमीटर दूर एक स्कूल से किया। आगे की पढ़ाई करने के लिए उन्हें चित्तौड़गढ़ सैनिक स्कूल जाना पड़ा। हायर स्टडी के लिए जगदीप जयपुर के महाराजा कॉलेज से भौतिकी में बीएससी किया और उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय से अपनी कानून की पढ़ाई सम्पन किया।

अपना एलएलबी पूरा करने के बाद जगदीप ने राजस्थान के उच्च न्यायालय में अभ्यास किया था साथ ही कुछ दिनों बाद मुख्य रूप से सर्वोच्च न्यायालय में अपना योगदान देने लगे। आपको बता दे कि जगदीप धनखड़ के बारे में कहा जाता है कि उनका मुकदमाबाजी करने का अपना ही एक अलग अंदाज था।

उपराष्ट्रपति की राजनीतिक यात्रा

जगदीप धनखड़ ने पहली बार जनता दल पार्टी से 1989 में चुनाव लड़ा था। झुंझुन जिले में जीत हासिल करने के बाद उन्हें महत्वपूर्ण विभागों में भी कार्यभार सँभालने का मौका मिला। जगदीप 1990 में संसदीय मामलों के राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया। राष्ट्रीय राजनीति में जगदीप ने लोगों के बीच अपनी अच्छी पकड़ बना लिया।

उसके बाद उन्होंने राज्य की राजनीति में 1993 में कदम रखा और अजमेर जिले के किशनगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से राजस्थान विधानसभा चुनाव जीता। हालांकि, पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा के समय जगदीप कांग्रेस में शामिल हो गए थ। लेकिन राजस्थान की राजनीति में अशोक गहलोत के चलते जगदीप 2003 में भाजपा को ज्वाइ किया। टीएमसी शासित पश्चिम बंगाल में जगदीप धनखड़ को 2019 में राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया।

राजस्थान चुनाव में बढ़त की कोशिश

जगदीप धनखड़ के उपराष्ट्रपति बनने से, बीजेपी ने जाट वोट बैंक पर अपनी पकड़ मजबूत कर लिया है । दरअसल राजस्थान में जाट आरक्षण के मुद्दे में जगदीप धनखड़ ने प्रमुख भूमिका निभाई है। यही वजह है कि धनखड़ को एक प्रभावशाली जाट नेता के रूप में भी जाना जाता है। जगदीप धनखड़ बताते है कि वह अपने राजनीतिक जीवन के शुरुआती दिनों में डिप्टी पीएम चौधरी डेविल लाल से काफी प्रभावित रहे है।

 

 

 

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