INS Vikrant: पीएम मोदी ने देश को सौंपा INS विक्रांत, बताया स्वदेशी संसाधन और कौशल का प्रतीक !
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को देश को पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रांत सौंपा। पीएम मोदी ने इसे देश को समर्पित किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को देश को पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रांत सौंपा। पीएम मोदी ने इसे देश को समर्पित किया है। इस मौके पर उन्होंने कहा, आज केरल के समुद्री तट पर हर भारतवासी, एक नए भविष्य के सूर्योदय का साक्षी बन रहा है। INS विक्रांत पर हो रहा ये आयोजन विश्व क्षितिज पर भारत के बुलंद होते हौसलों की हुंकार है।
INS विक्रांत 21वीं सदी के भारत का प्रमाण !
पीएम मोदी ने INS विक्रांत को नेवी में शामिल करते हुए कहा कि, विक्रांत विशाल है, विराट है, विहंगम है। विक्रांत विशिष्ट है, विक्रांत विशेष भी है। विक्रांत केवल एक युद्धपोत (Warship) नहीं है। वह 21वीं सदी के भारत के परिश्रम, प्रतिभा, प्रभाव और प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
इंडियन नेवी को मिला नया ध्वज !
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, अगर लक्ष्य दुरन्त हैं, यात्राएं दिगंत हैं, समंदर और चुनौतियां अनंत हैं, तो भारत का उत्तर है विक्रांत। आजादी के अमृत महोत्सव का अतुलनीय अमृत है विक्रांत। आत्मनिर्भर होते भारत का अद्वितीय प्रतिबिंब है विक्रांत। आज 2 सितंबर, 2022 की ऐतिहासिक तारीख को, इतिहास बदलने वाला एक और काम हुआ है। आज भारत ने, गुलामी के एक निशान, गुलामी के एक बोझ को अपने सीने से उतार दिया है। आज से भारतीय नौसेना (Indian Navy) को एक नया ध्वज मिला है।
INS विक्रांत स्वदेशी संसाधन और कौशल का प्रतीक !
पीएम मोदी ने आगे कहा कि, आज भारत विश्व के उन देशों में शामिल हो गया है, जो स्वदेशी तकनीक से इतने विशाल एयरक्राफ्ट कैरियर का निर्माण करता है। आज INS विक्रांत ने देश को एक नए विश्वास से भर दिया है, देश में एक नया भरोसा पैदा किया है। आज विक्रांत को देखकर समंदर की ये लहरें, आह्वान कर रही हैं। उन्होंने कहा, अमर्त्य वीर पुत्र हो, दृढ़-प्रतिज्ञ सोच लो, प्रशस्त पुण्य पंथ हैं, बढ़े चलो-बढ़े चलो। INS विक्रांत के हर भाग की अपनी एक खूबी और ताकत है, इसकी अपनी एक विकासयात्रा भी है। ये स्वदेशी सामर्थ्य, स्वदेशी संसाधन और स्वदेशी कौशल का प्रतीक है। इसके एयरबेस में जिस स्टील का प्रयोग किया गया है, वह भी स्वदेशी है।
इस मौके पर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा, अमृतकाल की शुरुआत में INS Vikrant का कमीशन अगले 25 वर्षों में राष्ट्र की रक्षा करने के हमारे दृढ़ संकल्प को दर्शाता है। INS विक्रांत एक आकांक्षी है, और आत्मनिर्भर भारत का एक असाधारण प्रतीक है। भारतीय नौसेना हमेशा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के संकटों के लिए पहली प्रतिक्रिया के रूप में तैयार है। INS विक्रांत के चालू होने से भारतीय नौसेना की क्षमता और मजबूत होगी।
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