झांसा : सरकारी नौकरी का हवाला देते हुए मां-बेटे ने हड़पे नौ लाख !
बातचीत के दौरान ही फरवरी 2019 में रचित ने बताया था कि यूपीएसएसएससी में 672 पदों पर भर्तियां निकलने की बात कही थी
लखनऊ : उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में नियुक्ति कराने का झांसा ( Hoax ) देते हुए युवक से मां-बेटे ने नौ लाख रुपये हड़प लिए। पीडि़त ने तालकटोरा कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है।
अभिनव की पहचान मुक्तेश्वरी के बेटे रचित से
राजाजीपुरम निवासी अभिनव दीप सरकारी नौकरी के लिए प्रयासरत थे। उनके ही मोहल्ले में मुक्तेश्वरी श्रीवास्तव परिवार संग रहती है। जो जनसूचना विभाग में तैनात होने का दावा करती हैं। अभिनव की पहचान मुक्तेश्वरी के बेटे रचित से थी।
बातचीत के दौरान ही फरवरी 2019 में रचित ने बताया था कि यूपीएसएसएससी में 672 पदों पर भर्तियां निकली हैं। उसकी मां मुक्तेश्वरी श्रीवास्तव जनसूचना विभाग में कार्यरत हैं। जिनके जरिए रुपये खर्च करने पर नौकरी आसानी से मिल जाएगी।
भरोसा देते हुए नौ से दस लाख रुपये खर्च लगने की बात कही
अभिनव के मुताबिक रचित की बात पर उन्हें विश्वास नहीं हुआ था। इस पर आरोपी ने मुक्तेश्वरी श्रीवास्तव से मुलाकात कराई थी। जिन्होंने नियुक्ति कराने का भरोसा देते हुए नौ से दस लाख रुपये खर्च लगने की बात कही थी।
अभिनव के मुताबिक पांच लाख रुपये उन्होंने चेक से मुक्तेश्वरी और रचित को दिए थे। इसके अलावा अलग-अलग तारीखों पर चार लाख रुपये खाते में जमा किए थे। लेकिन उनकी नियुक्ति नहीं हो सकी थी। इस बार में पूछताछ करने पर मुक्तेश्वरी और रचित टाल मटोल करते थे।
पीडि़त ने कोर्ट में अर्जी दायर की
अभिनव के मुताबिक काफी दिनों से वह रुपये वापस पाने के लिए प्रयास कर रहा था। सात अप्रैल को वह मुक्तेश्वरी के घर गया था। जहां रुपये मांगने पर मां-बेटे ने उग्र होकर उनके साथ गाली गलौज करते हुए धमकाया था। अभिनव के मुताबिक तालकटोरा कोतवाली में तहरीर दिए जाने के बाद भी मुकदमा नहीं लिखा गया था।
जिसके बाद ही पीडि़त ने कोर्ट में अर्जी दायर की थी। आदेश जारी होने के बाद तालकटोरा पुलिस ने मुक्तेश्वरी और रचित श्रीवास्तव के खिलाफ धोखाधड़ी, अमानत में खयानत, गाली गलौज और धमकी देने की धारा में मुकदमा दर्ज किया है।