“मोदी है, मुमकिन है”- कांग्रेस वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम
केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी का कहना हैं कि, दिक्कत कि बात नहीं हैं हमारे पास मौजूदा स्टॉक अभी मौजूद हैं।
इन दिनों गर्मी चरम पर है और बिजली भी अपने नखरो में हैं। हालांकि इसका दोष किसी पर मढ़ना गलत होगा क्योंकि इस पर केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी का कहना हैं कि, दिक्कत कि बात नहीं हैं हमारे पास मौजूदा स्टॉक अभी मौजूद हैं। कोयले को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। मगर विपक्ष कहा पीछे रहने वाला हैं। हाल ही में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता अखिलेश यादव ने बीजेपी पर तंग कस्ते हुए कहा कि, पावर कार्पोरेशन के अधिकारी भाजपा सरकार के आदेशों-निर्देशों को तवज्जों नहीं दे रहे हैं। प्रदेश में अघोषित बिजली कटौती से हाहाकार मचा हुआ है। अब फ़िलहाल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम का भी बयान सामने आया जिसमे वो सीधे मोदी को निशाने पे लेते नजर आ रहे हैं।
मोदी है, मुमकिन है:
पूर्व केंद्रीय गृह और वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने शनिवार को कोयले की कमी और भीषण गर्मी के कारण पैदा हुए बिजली संकट को लेकर केंद्र पर निशाना साधते हुए ट्वीट करते हुए लिखा कि, “प्रचुर मात्रा में कोयला, बड़े रेल नेटवर्क, थर्मल प्लांटों में अप्रयुक्त क्षमता। फिर भी, बिजली की भारी कमी के लिए मोदी सरकार को दोषी नहीं ठहराया जा सकता है। यह कांग्रेस के 60 साल के शासन के कारण है!” “सरकार ने सही समाधान खोजा है, यात्री ट्रेनों को रद्द करें और कोयला रेक चलाएं! मोदी है, मुमकिन है।”
There is no incompetence in the Ministries of Coal, Railway or Power. The blame lies with past Congress ministers of the said departments!
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) April 30, 2022
बिजली मंत्रालय का बयान:
बिजली मंत्रालय के एक अधिकारी ने बुधवार को रॉयटर्स को बताया, “राज्यों को आयात जारी रखने के लिए कहा गया था क्योंकि निजी क्षेत्र को महत्वपूर्ण उत्पादन के लिए कम से कम 2025 तक का समय लगेगा और घरेलू कोयले को इधर-उधर करने के लिए लगातार ट्रेन की कमी है।”