बच्चों की जान जोखिम में डाली, जिम्मेदारों ने स्कूल की दुर्गति कर डाली !
बच्चों की जान जोखिम में डालकर स्कूल की कक्षाओं में बनाया जाता है खाना, जबकि रसोई में भरा जाता है भूसा
एक तरफ जहां प्रदेश सरकार परिषदीय विद्यालयों ( primary school ) की तरफ विशेष ध्यान देकर कायाकल्प करवा कर बेहतर शिक्षा एवं सभी सुविधाओ से प्राथमिक एवं माध्यमिक लैस करने मे लगी हैं।
सुविधाएं अभी भी कायाकल्प की राह तक रही
तो वहीं सिद्धार्थनगर जिले के बुड़ा प्राथमिक विद्यालय में एक विद्यालय ऐसा भी है जहाँ पर रसोई घर में भूसा भरा हुआ है। बच्चों की जान जोखिम में डाल कर स्कूल के कमरो मे खाना बनाया जाता है। स्कूल मे कायाकल्प के नाम पर सिर्फ रंगाई पुताई ही है। बाकी सुविधाएं अभी भी कायाकल्प की राह तक रही है।
बाइट : विजय लक्ष्मी, स्कूल रसोइया
वहीं इस स्कूल की समस्या को लेकर बात की गई तो रसोइयों ने कहा कि रसोई घर मे भूसा भरा रहने के कारण वह स्कूल की कक्षा मे ही खाना बनाती है। इस मामले को लेकर प्रभारी प्रधानाध्यापक राधिका ने कहा कि प्राथमिक विद्यालय के रसोई घर में भूसा भरा रहने के कारण खाना कक्षा मे बनाया जा रहा है।
वही इसको लेकर उन्होंने अपने उच्च अधिकारियों को भी सूचित किया है। अधिकारी जाँच मे भी आये लेकिन कोई कार्रवाई नही हुई है। इसके अलावा स्कूल मे पानी से लेकर अन्य समस्याओं को लेकर भी जानकारी दी है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि सिलिंडर गैस पर खाना स्कूल के कमरे में बनाया जाता है। अगर सिलिंडर से कोई हादसा होता है तो इसका ज़िम्मेदार आखिर कौन होगा?
बाइट : राधिका, प्रभारी प्रधानाध्यापक