दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण के खिलाफ आरोपों पर जाँच फिर से शुरू की !
दिल्ली पुलिस ने कहा कि लगातार समय-समय पर अलग-अलग जगहों पर महिला पहलवानों का शोषण किया गया , बृजभूषण कभी कहते थे पिता समान है कभी छाती छूते थे
महिला पहलवान से कथित यौन शोषण के मामले में कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ आरोप के मामले में गुरुवार को दिल्ली पुलिस ने जाँच शुरू की, कोर्ट ने बृजभूषण सिंह को आज पेशी से छूट प्रदान की है। अब इस मामले में कोर्ट अगली सुनवाइ 6 जनवरी को करेगा ,दिल्ली पुलिस के वकील ने कोर्ट को बताया कि 15 जून को चार्जशीट दाखिल हुई और मामले में 44 गवाह बनाया गया है, जिसमें से 6 पीड़िता है, 22 पब्लिक विटनेस है।
लगभग 3 अलग-अलग घटनाओं का ज़िक्र
दिल्ली पुलिस ने कहा कि लगातार समय-समय पर अलग-अलग जगहों पर महिला पहलवानों का शोषण किया गया , बृजभूषण कभी कहते थे पिता समान है कभी छाती छूते थे, कभी सांस की जांच करते थे। डॉक्टर भी अकेले में सांस की जांच नहीं कर सकता है वहीं बृजभूषण के वकील ने कहा कि मामले में 6 अलग-अलग शिकायत की गई, सभी शिकायतों में लगभग 3 अलग-अलग घटनाओं का ज़िक्र हैं। उसकी एक साथ जांच की गई और एक चार्जशीट दाखिल की गई है।
मुकदमा आगे बढ़ाने के लिए पर्याप्त सबूत
पुलिस ने अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट प्रियंका राजपूत के समक्ष अपनी दलीलें पेश कीं, जिसमें दावा किया गया कि बृजभूषण सिंह और सह-आरोपी, डब्ल्यूएफआई के निलंबित सहायक सचिव विनोद तोमर के खिलाफ मुकदमा आगे बढ़ाने के लिए पर्याप्त सबूत हैं। बृजभूषण सिंह को उस दिन के लिए व्यक्तिगत उपस्थिति से छूट दी गई थी। कोर्ट शनिवार को भी मामले की सुनवाई जारी रखेगी।
भाई को बहार रोक, करवाया दरवाजा बंद
दिल्ली पुलिस ने कोर्ट को बताया कि 21 अप्रैल 2023 को शिकायत दर्ज कराई गई थी, जिसके बाद पीड़िता सुप्रीम कोर्ट पहुंचे और उसके बाद मामले में एफआईआर दर्ज की हुई थी। दिल्ली पुलिस ने एक शिकायतकर्ता की शिकायत के बारे में कोर्ट को बताया कि उन्होंने 2019 में अशोका रोड पर कुश्ती संघ ऑफिस पर अपने भाई के साथ गई थी, लेकिन मेरे भाई को बाहर रोक दिया गया। इसके बाद बृजभूषण ने ऑफिस के अंदर मौजूद दूसरे व्यक्ति को ऑफिस से बाहर जाने के लिए कहा और दरवाजा बंद करने को कहा।
अगले दिन फिर बुलाया गया संघ के दफ्तर
दिल्ली पुलिस ने कोर्ट को बताया कि शिकायतकर्ता ने आगे कहा, उसके बाद आरोपी ने मुझको अपनी तरफ खींचा और गलत तरीके से छुआ था, जिसका मैने विरोध किया था, दिल्ली पुलिस ने एक शिकायतकर्ता की शिकायत के बारे में कोर्ट को बताया कि जिसमें उसने कहा कि वह अपने पति के साथ संघ के ऑफिस गई थी, लेकिन उसके पति को ऑफिस के बाहर रोक दिया गया था ऑफिस के अंदर अलग सोफे पर बैठी हुई थी, लेकिन बृजभूषण उसके पास आकर बैठ गया और उसको गलत तरीके से छुआ, जिसके बाद वह बहुत ज़्यादा घबरा गई थी। इसकी जानकारी उसने पति को दी वह बहुत डर गई थी ,उनको दोबारा अगले दिन फिर संघ के दफ्तर बुलाया गया था, जिसके बाद वह ऑफिस गई और फिर बृजभूषण ने उसको गलत तरीके से छुआ था।
यौन उत्पीड़न करने का नहीं छोड़ा कोई मौका
भाजपा सांसद ने पहले छह महिला पहलवानों द्वारा उनके खिलाफ दर्ज कराए गए यौन उत्पीड़न के मामले की सुनवाई करने वाली दिल्ली अदालत के अधिकार क्षेत्र पर सवाल उठाया था और दावा किया था कि भारत में कोई कार्रवाई या परिणाम नहीं हुआ था। हालांकि, अभियोजन पक्ष ने कहा था कि पीड़िताओं का यौन उत्पीड़न लगातार किया जाता रहा है, इसलिए किसी विशेष समय का उल्लेेेख नहीं किया जा सकता। दिल्ली पुलिस ने अदालत को यह भी बताया था कि बृजभूषण ने महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का कोई मौका नहीं छोड़ा, साथ ही कहा कि उसके खिलाफ आरोप तय करने और मुकदमे को आगे बढ़ाने के लिए पर्याप्त सबूत हैं।
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