# FRAUD : जमीन दिलवाने का झांसा देकर लाखों की धोखाधड़ी !
चिनहट कोतवाली में आभा कंचन इंफ्रा की निदेशक कंचन और उसके पिता सियाराम के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है
लखनऊ : राजधानी के दो अलग-अलग इलाकों में बेहतर लोकेशन पर बाजार से कम कीमत में जमीन दिलाने का दावा कर दो लोगों से 23 लाख रुपये की धोखाधड़ी की गई है। चिनहट कोतवाली में आभा कंचन इंफ्रा की निदेशक कंचन और उसके पिता सियाराम के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। दूसरी ओर इन्दिरानगर में प्रापर्टी डीलर सतीश वर्मा के खिलाफ एफआईआर हुई है।
हामी भरते हुए एग्रीमेंट किया
बाराबंकी पीरबटावन निवासी निरंकार देव के मुताबिक वह लखनऊ में प्लाट लेना चाहते थे। इसके लिए आभा कंचन की निदेशक के चिनहट राजीवपुरम स्थित कार्यालय पर सम्पर्क किया। जिसके बाद उन्हें सुशांत गोल्फ सिटी के अहिमामऊ में 5400 वर्ग फीट का प्लाट दिखाया गया। निरंकार के अनुसार जगह पसंद आने पर उन्होंने हामी भरते हुए एग्रीमेंट किया। जिसमें 15 लाख रुपये पेशगी दी गई। इसके बाद लोन के लिए अप्लाई किया।
आरोपियों ने उसे धमकी देते हुए बाहर निकाल दिया
निरंकार के मुताबिक बैंक से लोन पास नहीं होने के कारण वह जमीन नहीं खरीद सके। उन्होंने कंचन और उसके पिता सियाराम से रुपये लौटाने के लिए कहा। जिसके लिए वह तैयार नहीं हुए। काफी कहासुनी के बाद कंचन ने एक चेक दिया। जो सियाराम के अकाउंट का था। बैंक में चेक लगाने पर वह बाउंस हो गया। इस बात की शिकायत लेकर निरंकार आभा कंचन इंफ्रा के दफ्तर पहुंचे। जहां आरोपियों ने उसे धमकी देते हुए बाहर निकाल दिया। इंस्पेक्टर तेज बहादुर सिंह के मुताबिक मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
जमीन पर्वतीय सहकारी समिति के नाम से
वहीं इन्दिरानगर शिव विहार निवासी संजय वर्मा ने 15 जून 2016 में फरीदीनगर निवासी सतीश वर्मा से 1120 वर्ग फीट का प्लाट का सौदा किया था। जमीन के बदले साढ़े आठ लाख रुपये सतीश को दिए गए। कुछ वक्त बाद रजिस्ट्री भी कर दी। लेकिन दाखिल खारिज करने के लिए सतीश तैयार नहीं हुआ। संजय प्लाट पर पहुंचे तो पता चला कि जमीन पर्वतीय सहकारी समिति के नाम से है।
सतीश के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया
सतीश ने फर्जी कागज बना कर उसे बेचा है। आरोपी की सच्चाई पता चलने पर पीडि़त ने रुपये वापस पाने के लिए कई बार प्रयास किया। जो बेनतीजा रहा। संजय ने इन्दिरानगर कोतवाली पहुंच कर इंस्पेक्टर रामफल प्रजापति से शिकायत की। जिसके बाद सतीश के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।