लोक नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति, व शारदा सिन्हा की आवाज ने बाँधा समां !
मंच पर जब लोक गायिका पद्मभूषण शारदा सिन्हा का सम्मान हुआ तो सभी ने लोक संस्कृति का अभिवादन किए बिना नहीं रह पाए।
लखनऊ : लोक गीत संगीत ( music ) और नृत्य के लिए समर्पित संस्था सोन चिरैया के मंच पर जब लोक गायिका पद्मभूषण शारदा सिन्हा का सम्मान हुआ तो सभी ने लोक संस्कृति का अभिवादन किए बिना नहीं रह पाए।
एक और लोक नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति, दूसरी ओर शारदा सिन्हा की आवाज ने लोक संस्कृति से रूबरू कराया।
बुधवार की शाम शारदा सिन्हा के नाम रही। उन्होंने मंच पर अपने संघर्ष को बयां करते हुए अपने गीतों की प्रस्तुति दी। उन्होंने जय जय भैरवी असुर भयावनी, जगदम्बा घर में दियना, सुनाकर खूब तालियां बजीं। पटना से बयदा बुलाई द, सुनाया तो मंच के सामने महिलाए नृत्य करने लगी।
उसके बाद उन्होंने समधियाने की रस्म निभाते हुए राम जी को गारी गीत गया। उन्होंने ” राम जी पूछे जनकपुर के” सुनाया। इसके बाद तार बिजली से पतले हमार पिया सुनाया। लेखक यतींद्र मिश्र ने शारदा सिन्हा के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला।
मंच का संचालन रिचा अनिरुद्ध ने किया। इस मौके पर पर्यटन और संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह, परिवहन मंत्री दया शंकर सिंह, अभिनेता सलीम आरिफ, मालिनी अवस्थी, कमला श्रीवास्तव, विद्या बिंदु सिंह आदि मौजूद रहे।