क्यों 400 रुपये किलो होगए लहसुन के दाम ? कब तक सस्ता होने की उम्मीद !
इस बार लहसुन के भाव आसमान छू रहे हैं, जिस वजह से लोगों की थाली से अब लहसुन गायब हो चुका है। लोगों ने लहसुन का इस्तेमाल करना बंद कर दिया है।
उत्तर प्रदेश में लहसुन ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं ,कभी प्याज़ तो कभी टमाटर और इस बार लहसुन के भाव आसमान छू रहे हैं, जिस वजह से लोगों की थाली से अब लहसुन गायब हो चुका है। लोगों ने लहसुन का इस्तेमाल करना बंद कर दिया है। वजह यह है कि लहसुन थोक में जहां डेढ़ सौ रुपए से लेकर 200 रुपए किलो मिल रहा है, वहीं मंडियों में भी इसकी कीमत 400 रुपये किलो है।
मंडियों में लहसुन की कीमत हुई 400 रुपये किलो
पिछले कुछ हफ्तोंं की बात की जाए तो लहसुन की कीमतों में काफी तेजी से उछाल आया है, भुवनेश्वर की मंडी में तो कीमत 400 रुपये प्रति किलो ग्राम तक पहुंच गए थे। दरअसल लहसुन के दाम बढ़ने के पीछे जो मुख्य वजह है, वह है लहसुन की फसल का खराब होना है। कई राज्यों में खराब मौसम के चलते लहसुन की फसलें खराब हुई, जिसके चलते कीमतों में उछाल आया। फसल खराब होने के चलते दूसरी फसल की रोपाई में वक्त लगा, इस वजह से लहसुन की नई फसल आने में देरी है ,इसलिए कीमतें बढ़ रही हैं।
नई फसल आने पर लहसुन की कीमतों में आएगी कमी
मध्य प्रदेश में लहसुन की सबसे ज्यादा खेती होती है, लेकिन मौसम की मार के चलते काफी फसल खराब हुई , जिस वजह से नई फसल आने में देरी हो रही है। जैसे ही बाजार में लहसुन की नई फसल आ जाती है, लहसुन की कीमतों में कमी आएगी। मंडी व्यापारियों के अनुसार खरीफ लहसुन के आने के बाद कीमत काफी कम हो जाएगी ,यानी कि मार्च के महीने में लहसुन की कीमतों के कम होने का अनुमान है।
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