‘World Contraception Day’: अनचाहा गर्भधारण करने वाली महिलाओं के स्वास्थ्य पर क्या है खतरा, जानें प्रमुख कारण !

'वर्ल्ड कंट्रासेप्शन डे' (World Contraception Day) हर साल 26 सितंबर (September) को मनाया जाता है।

‘वर्ल्ड कंट्रासेप्शन डे’ (World Contraception Day) हर साल 26 सितंबर (September) को मनाया जाता है। ऐसे में वर्ल्ड कंट्रासेप्शन डे यानी की विश्व गर्भनिरोधक दिवस मनाने का उद्देश्य यह है कि, कई लोगों के परिवार नियोजन (Family Planning) की महत्वता और कॉन्ट्रासेप्शन के तरीकों की सही जानकारी के बारे में बताना होता है।

‘गर्भनिरोधक दिवस’ का क्या है उद्देश्य 

राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (National Family Health Survey) NFHS-4 की रिपोर्ट्स के मुताबिक, देश की शादीशुदा आबादी का 99% गर्भनिरोधकों से परिचित है। हालांकि फिर भी दुनिया में प्रत्‍येक सात अनचाहे गर्भधारण में से एक अनचाहा गर्भधारण (pregnancy) की खबरें भारत में हमेशा ही सुनने को मिल जाती हैं।

‘CMO ने कार्यक्रम’ को किया संबोधित

इस सिलसिले में लखनऊ के सीएमओ (Chief Medical Officer) ने कहा है कि, गर्भनिरोधक साधनों को अपनाकर जहां महिला के स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सकता है। वहीं मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को भी कम किया जा सकता है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज अग्रवाल 26 सितंबर को विश्व गर्भनिरोधक दिवस की पूर्व संध्या पर एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

‘परिवार नियोजन’ की दी सही जानकारी

सीएमओ ने कहा कि परिवार नियोजन के स्थायी और अस्थायी साधन मौजूद होने के बाद भी महिलाएं अनचाहा गर्भ धारण कर लेती हैं। जो उनके स्वास्थ्य के लिए जोखिम भरा है। क्योंकि अनचाहे गर्भ से छुटाकारा पाने के लिए महिलाएं असुरक्षित गर्भपात का रास्ता चुनती हैं। महिलाओं को इन्हीं खतरों से बचाने और जागरूकता लाने के उद्देश्य से ही यह दिवस मनाया जाता है।

‘स्वास्थ्य विभाग’ की तरफ से पत्र हुआ जारी

डॉ. मनोज अग्रवाल ने कहा कि सरकार ने बास्केट ऑफ च्वाइस की सुविधा प्रदान की है। बास्केट ऑफ च्वाइस में परिवार नियोजन के स्थायी साधन महिला एवं पुरुष नसबंदी तथा अस्थायी साधन आईयूसीडी (कॉपर टी), त्रैमासिक गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा, आकस्मिक गर्भनिरोधक गोलियां, साप्ताहिक गर्भनिरोधक गोली छाया और कंडोम की सुविधा उपलब्ध है।

महत्वपूर्ण जानकारियां

  • दो बच्चों तक ही परिवार को सीमित रखने के लिए प्रोत्साहित करना।
  • सामान्य भाषा में गर्भनिरोधक से जुड़े सवाल-जवाब की जानकारियां आवश्यक हैं।
  • आशा कार्यकर्ता नवविवाहिता लोगों को किट प्रदान की।
  • भारत में 15 से 19 वर्ष की महिलाओं की मौत के लिए गर्भधारण से जुड़ी समस्‍याएं एक प्रमुख कारण हैं ।

 

 

 

 

 

 

हैशटैग भारत की हिन्दी वेबसाईटके लिए आप यहां http://www.hashtagbharatnews.com क्लिक कर सकते हैं । आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button