Swine flu: शासन के अलर्ट जारी होते ही राजधानी में बढ़ी सर्तकता, स्वाइन फ्लू की बढ़ी आशंका !

लखनऊ स्वाइन फ्लू की आशंका को देखते हुए शासन ने अलर्ट जारी किया है। सीएमओ ने सभी सरकारी अस्पतालों में जांच, दवाएं तथा संक्रमितों के भर्ती की पुख्ता व्यवस्था के निर्देश दिए हैं।

लखनऊ स्वाइन फ्लू की आशंका को देखते हुए शासन ने अलर्ट जारी किया है। सीएमओ ने सभी सरकारी अस्पतालों में जांच, दवाएं तथा संक्रमितों के भर्ती की पुख्ता व्यवस्था के निर्देश दिए हैं। वायरल, मलेरिया, डेंगू के बीच स्वाइन फ्लू की दस्तक से स्वास्थ्य विभाग परेशान है। पिछले एक सप्ताह के भीतर चार नए मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। जनवरी से अब तक स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या 43 पहुंच चुकी है।

स्वाइन फ्लू से निपटने की पुख्ता तैयारी

केजीएमयू में अभी स्वाइन फ्लू के मरीजों के लिए ही वार्ड रिजर्व है। केजीएमयू के आंकड़े बताते हैं कि कुल 43 मरीजों में कई को अस्पताल में भर्ती कर इलाज करना पड़ा। कुछ मरीज तो आईसीयू में रखने पड़े थे। कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के छात्रों में भी स्वाइन फ्लू की पुष्टि होने से भी सतर्कता बढ़ाई गई है। मरीजों की संख्या लगातार बढऩे के बाद शासन ने अस्पतालों को स्वाइन फ्लू से निपटने की पुख्ता तैयारी के निर्देश दिए हैं।

स्वाइन फ्लू के मरीजों के लिए अलग वार्ड बनाए जाएंगे

सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि लोकबंधु, केजीएमयू, पीजीआई, लोहिया और बलरामपुर समेत दूसरे अस्पतालों में मरीजों की भर्ती के लिए अलग वार्ड बनाए जाएंगे, ताकि सामान्य रोगियों से संक्रमितों को अलग रखा जा सके। टेमीफ्लू समेत दूसरी जरूरी दवाओं की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है।

संक्रमण से बचने के लिए सतर्क होने की जरूरत

सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने कहा कि स्वाइन फ्लू संक्रमण को रोकने के लिए संजीदा रहने की जरूरत है। सर्दी-जुकाम, बुखार, आंखे लाल हों तो सतर्क हो जाना चाहिए। मास्क लगाना चाहिए। स्वाइन फ्लू की आशंका में आने वालों का नमूना लेकर जांच कराई जाए। संक्रमितों को आइसोलेशन में रखा जाए, ताकि संक्रमण की रोकथाम की जा सके। वेंटिलेटर और आईसीयू की व्यवस्था भी दुरुस्त की जाए।

वैक्सीन लगवाने के दिए निर्देश

केजीएमयू चिकित्सा अधीक्षक डॉ. डी हिमांशु ने स्वाइन फ्लू को लेकर डॉक्टर-कर्मचारियों को विशेष एहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं। सभी डॉक्टर-कर्मचारियों से स्वाइन फ्लू से बचाव की वैक्सीन लगवाने के निर्देश दिए हैं। कलाम सेंटर में टीकाकरण होगा। डॉ. डी हिमांशु के मुताबिक ओपीडी में पांच हजार से अधिक मरीज आ रहे हैं। ऐसे में संक्रमण का खतरा अधिक रहता है।

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