डेंगू की चपेट में आये युवक की इलाज के दौरान मौत, मृतक की बीते 4 अक्टूबर को हुई थी शादी !

मोहनलालगंज के मऊ गांव में डेंगू की चपेट में आये एक युवक ने देर रात निजी अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

मोहनलालगंज के मऊ गांव में डेंगू की चपेट में आये एक युवक ने देर रात निजी अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। सुबह जब मृतक युवक का शव घर पहुंचा तो कोहराम मच गया। जिले में डेंगू से यह आठवीं मौत है। इससे विभाग में खलबली मची है। सीएमओ का कहना है मरीज के मौत की डेथ आडिट कराई जाएगी। मृतक फहीम का विवाह बीते 4 अक्टूबर को हुआ था। वहीं लखनऊ में शनिवार को 46 डेंगू के नए मरीज मिले हैं।

फहीम की अचनाक बिगड़ी थी तबियत

मोहनलालगंज के मऊ गांव निवासी वसीम कुरैशी ने बताया कि उसके भाई फहीम कुरैशी (30) को रविवार को तेज बुखार आया तो कन्ट्रोल नही हुआ। जिसके बाद कस्बे के एक निजी क्लीनिक में डॉक्टर को दिखाया। जांच में डेंगू की पुष्टि हुयी तो डॉक्टर से सलाह व दवायें लेकर घर चले आये। बुधवार को फहीम की तबीयत अचानक बिगड़ गयी तो उसे इलाज के लिये गोमतीनगर के नोवा हास्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां पर देर रात इलाज के दौरान फहीम ने दम तोड़ दिया। सुबह परिजन अस्पताल से फहीम का शव लेकर घर पहुंचे तो कोहराम मच गया।

डेंगू की चपेट में आयी बहन का निजी अस्पताल में चल रहा इलाज

डेंगू की चपेट में आकर फहीम कुरैशी की मौत हो गयी तो वहीं दूसरी ओर डेंगू की चपेट में आयी उसकी छोटी बहन रूकसार का भी निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। बड़े भाई की मौत की खबर मिलने के बाद रूकसार की तबीयत बिगड़ गयी। जिसके बाद परिजन उसे इलाज के लिये लेकर गयें।

डेढ माह पहले हुयी थी धूमधाम से शादी

मृतक फहीम कुरैशी का विवाह 4 अक्टूबर को लखनऊ के रहीमनगर निवासी रूकसार बानो से हुआ था। पत्नी के हाथों की मेहंदी भी अभी पूरी तरह से हाथों से नही छुट पायी थी। इसी बीच सुबह फहीम का शव अस्पताल से घर पहुंचा तो कोहराम मच गया। पत्नी रुकसार पति के शव से लिपटकर बिलख पड़ी तो वहीं पिता फ जलेहक व मां वहीदा के भी आंसू रुकने का नाम नही ले रहे थे। भाई वसीम व सोनू समेत बहन साजदा के भी आंसू थमने का नाम ले रहे थे।

स्वास्थ विभाग पर लापरवाही का आरोप

डेंगू से युवा फहीम की मौत के बाद स्थानीय लोगों का गुस्सा स्वास्थ्य विभाग पर फूट पड़ा। उन्होने कहा कि डेंगू के कहर को लेकर प्रशासन के एलर्ट करने के बाद भी सीएचसी के द्वारा ना तो लोगों को डेंगू से बचाव को जागरूक किया जा रहा और ना ही डेंगू प्रभावित मऊ गांव के चिकमंडी में अभियान बुखार पीडि़तों की जांच कराने व दवायें देने की जहमत तक नही उठायी और ना ही बचाव को फागिंग करायी गयी। जिसको लेकर क्षेत्रीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है।

साफ-सफाई ना कराने का लगाया आरोप

मऊ के चिकमंडी में रहने वाले लोगो ने नगर पंचायत के जिम्मेदार अफसरों द्वारा डेंगू प्रभावित मोहल्ले में गंदी नालियों समेत रास्तों की नियमित साफ-सफाई व फागिंग ना कराने का आरोप लगाया है। गंदगी के चलते मच्छर जनित बीमारियों के फैलने की बात कही है। ईओ विनय द्विवेदी ने नियमित रूप से साफ-सफाई व फागिंग कराये जाने की बात कही है।

46 डेंगू के मरीज मिले

राजधानी के विभिन्न क्षेत्रों में शनिवार को 46 डेंगू के मरीज मिले हैं। जबकि 14 घरों में मच्छरजनित स्थितियां पाए जाने पर सभी को नोटिस जारी किया गया। सीएमओ प्रवक्ता योगेश रघुवंशी के मुताबिक अलीगंज व चन्दरनगर में छह-छह लोग डेंगू की चपेट में आए हैं। टूडियागंज, ऐशबाग, एनके रोड, रेडक्रास व सिल्वर जुबली के चार-चार लोगों में डेंगू की पुष्अि हुई है। इसी तरह मलिहाबाद, माल, बीकेटी, इटौजा, काकोरी, गुडम्बा व चिनहट के दो-दो लोग डेंगू की चपेट में आए हैं।

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