यूपी @ 2022 : सियासी रण जीतने के लिए इसलिए जरुरी है तीसरा चरण
आखिर तीसरे चरण के 16 जिले व 59 विधानसभा सीटों ही क्यों तय करता है " असली बाहुबली "
महज कुछ ही घंटो में उत्तर प्रदेश में मतदान ( voting ) का तीसरा चरण शुरू हो जायेगा। इसके साथ ही यूपी की सियासत के एक हिस्से में चुनाव ( election ) का प्रचारफ व प्रसार भी ख़त्म हो जायेगा। क्योंकि 20 जनवरी को 59 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होनी है।
आखिर क्यों इतना महत्वपूर्ण है यूपी का ये चरण
बात अगर प्रदेश में मतदान के इस चरण की करें | तो इस बार दिग्गजों की साख दांव पर लगी हुई है। जहां सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नामांकन वाली विधानसभा में वोटिंग होगी।
तो वहीँ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद की पत्नी लुईस खुर्शीद कांग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं। सपा छोड़कर बीजेपी में आए विधायक रामवीर उपाध्याय हाथरस की सादाबाद सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
कुछ धुरंधर ये भी
योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री सतीश महाना कानपुर की महराजपुर से चुनाव मैदान में है। तो वहीँ रामनरेश अग्निहोत्री मैनपुरी के भोगांव व नीलिमा कटियार कल्याणपुर से चुनाव मैदान में हैं।
साथ ही सपा प्रमुख अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल सिंह यादव की साख भी इस चरण में तय होगी। कानपुर की किदवईनगर सीट से वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजय कपूर चुनाव मैदान में है।
इन जिलों से तय होगी दिग्गजों का सियासी सफर
जिन जिलों में वोटिंग होनी है उनका नाम हाथरस, फिरोजाबाद, एटा, कासगंज, मैनपुरी, फर्रुखाबाद, कन्नौज, इटावा, औरैया, कानपुर देहात, कानपुर नगर, जालौन, झांसी, ललितपुर, हमीरपुर व महोबा है।