रांची की हवा हुई ख़राब, एक्युआई 200 के करीब पहुंचा
राजधानी रांची के कई इलाकों की हवा इन दोनों खराब हो गई है। जिन इलाकों में निर्माण कार्य हो रहा है, वहां की स्थिति ज्यादा खराब है।
रांची: राजधानी रांची के कई इलाकों की हवा इन दोनों खराब हो गई है। जिन इलाकों में निर्माण कार्य हो रहा है, वहां की स्थिति ज्यादा खराब है। वायु प्रदूषण के कारण हवा स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है। आमतौर पर एयर क्वालिटी इंडेक्स 100 के आसपास रहने से वातावरण को ठीक माना जाता है, लेकिन यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 200 के करीब पहुंच गया है। जो स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक है।
प्रदूषण की मात्रा बढ़ रही
अगर हम बात करें राजधानी में सबसे अधिक प्रदूषण वाले इलाकों की तो उसमें ढूंमसा टोली, नया टोली और कोकर वाले इलाके हैं। कांके रोड वाले इलाके में कम प्रदूषण दिख रहा है। कई तरह के निर्माण कार्य के कारण जाम भी लग जाता है। जाम में वाहनों की लंबी कतार लग जाती है। जिससे प्रदूषण की मात्रा बढ़ जाती है। वाहनों के धुएं से पीएम(Particulate Matter) 2.5 का प्रदूषण ज्यादा होता है।
विशेषज्ञ का क्या है कहना ?
झारखंड सरकार के प्रदूषण बोर्ड के साथ काम कर रही संस्थान सीड के प्रदूषण विशेषज्ञ का कहना है कि ठंड के मौसम में प्रदूषण बढ़ जाता है, क्योंकि इस समय हवा बहुत दूर तक नहीं जा पाती है। इस कारण वातावरण में कण जमा ही रहता है। जहां निर्माण कार्य हो रहा है वहां अगर तय प्रावधानों का पालन नहीं होगा तो पीएम 10 और पीएम 2.5 दोनों बढ़ेगा। निर्माण कार्य के डस्ट से पीएम 10 और जाम से पीएम 2.5 बढेगा ।
हम सब जैसे जानते हैं कि वायु प्रदूषण से लोगों को हार्ट की समस्या, फेफड़ा की समस्या होती है। जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक है।