PATH से लेकर PARLIAMENT तक हलचल मचाने वाले ‘राष्ट्रपति’ शब्द का सच !

इससे पहले भी पहली राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल के समय भी विवाद ने तूल पकड़ा था, लेकिन उन्होंने राष्ट्रपति कहलाना पसंद ही पसंद किया

हाल फ़िलहाल में देश के अन्य मुद्दों के साथ अगर कोई मुद्दा सबसे जायदा ट्रेंड में चल रहा हैं तो वो है ‘ राष्ट्रपति ‘ का विवाद। गौरतलब होकि कांग्रेस के वरिष्ठ व विशिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी के द्वारा हाल ही में प्रेसिडेंट पर दिए गए बयान को लेकर सत्ता पक्ष व विपक्ष के बिच तकरार चल रही है।

PATH से लेकर PARLIAMENT तक बवाल

PATH से लेकर PARLIAMENT तक बवाल मचा हुआ है। लेकिन क्या आप जानते हैं की आखिर देश के प्रथम नागरिक व सर्वोच्च पद पर आसीन रहने वाले व्यक्ति को ‘राष्ट्रपति’ ही क्यों कहते है ? जब अगर इस पद पर आसीन अगर कोई महिला हो तो फिर भी !

राजनीति की गलियों में चर्चा का विषय

आज हम आपको इससे जुड़ी एक ख़ास बात बताने जा रहे है की आखिर कैसे ये शब्द हमारे संविधान में शामिल किया गया। कैसे यह शब्द हर बार राजनीति की गलियों में चर्चा का विषय बनकर सामने आया। आज हम इस शब्द की उत्पत्ति से लेकर भारतीय संविधान में इसे शामिल करने तक के सफर के बारे में बताने जा रहे है आईये जानते है :

अमेरिका के लोकतंत्र के द्वारा शुरू किया

प्रेसिडेंट शब्द पर अगर चर्चा करें तो सबसे पहले इस अंग्रेजी शब्द का इस्तेमाल अमेरिका के लोकतंत्र के द्वारा शुरू किया गया। उस समय जोर्जे वाशिंगटन को इस शब्द से सम्बोधित किया गया था। यह शब्द फ्रेंच और लेटिन शब्दों के भावों से मिलकर बना हुआ है। इसके दो अर्थ हैं – अध्यक्षता करना, अर्थात् किसी सभा या ऐसे कार्यक्रम को चलाने या चलाने वाला सर्वोच्च व्यक्ति। ‘कोलिन्स’ डिक्शनरी के अनुसार राष्ट्रपति शब्द किसी देश के संदर्भ में सर्वोच्च राजनीतिक स्थिति को दर्शाता है।

पति शब्द का अर्थ मालिक होता है

देश में विवाद पति शब्द को लेकर है। भाषा वैज्ञानिक रमाशंकर श्रीवास्तव कहते हैं, ‘पति शब्द का अर्थ मालिक होता है। प्रजापति, भूपति जैसे शब्द अनेक पौराणिक ग्रंथों में मिलते हैं। यहां पति शब्द का प्रयोग उन स्थानों पर किया जाता है जहाँ व्यक्ति को स्वामी के रूप में दिखाया जाना हो। करोड़पति और लखपति जैसे शब्द भी समान हैं। करोड़ों का स्वामी या स्वामिनी करोड़पति कहलाता है।

बहस को ज्यादा महत्व नहीं दिया

ये विवाद जब प्रतिभा पाटिल के रूप में देश को पहली महिला राष्ट्रपति मिली तो इसे लेकर भी विवाद खड़ा हुआ था। राष्ट्रपति शब्द को लेकर कई लोगों ने सवाल उठाए थे। तब प्रतिभा पाटिल ने बहस को ज्यादा महत्व नहीं दिया। उन्होंने यह कहकर विवाद को शांत किया कि वह राष्ट्रपति कहलाना पसंद करेंगी। फिर बहस वहीं खत्म हो गई।

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