Politics: गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा, राहुल गांधी को लेकर कही यह बात !
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। आजाद ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से लेकर सभी पदों से इस्तीफा दे दिया।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। आजाद ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से लेकर सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को 5 पन्नों का इस्तीफा भेजा है। इसके साथ ही उन्होंने राहुल गांधी पर भी सीधा हमला बोला है। बता दें कि गुलाम नबी कांग्रेस से पिछले 51 सालों से जुड़े हुए थे।
पार्टी छोड़ने पर जताया अफसोस !
गुलाम नबी आजाद ने सोनिया गांधी को भेजे गए इस्तीफे में लिखा, “बड़े अफसोस और बेहद भावुक दिल के साथ मैंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) से अपना आधा सदी पुराना नाता तोड़ने का फैसला किया है।” उन्होंने कहा, भारत जोड़ों यात्रा की जगह कांग्रेस जोड़ो यात्रा निकालनी चाहिए।
राहुल गांधी पर साधा निशाना !
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि दुर्भाग्य से पार्टी में जब राहुल गांधी की एंट्री हुई और जनवरी 2013 में जब आपने उनको पार्टी का उपाध्यक्ष बनाया, तब उन्होंने पार्टी के सलाहकार तंत्र को पूरी तरह से नष्ट कर दिया। राहुल की एंट्री के बाद सभी सीनियर और अनुभवी नेताओं को साइड कर दिया गया और गैरअनुभवी चापलूसों का नया ग्रुप खड़ा हो गया और यही पार्टी को चलाने लगा।
कांग्रेस से अपने रिश्तों का किया जिक्र !
सोनिया गांधी को लिखे पत्र में गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस से अपने रिश्ते और गांधी परिवार की कई पीढ़ियों के साथ काम करने का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, मैंने आपके दिवंगत पति राजीव गांधी, इंदिरा गांधी, संजय गांधी के साथ काम किया था। आधी सदी से ज्यादा का वक्त मैंने कांग्रेस को दिया है, लेकिन अब बेहद भारी मन से मैं कांग्रेस के सभी पदों से तत्काल इस्तीफा देता हूं और पार्टी से भी अपने रिश्ते खतम कर रहा हूं।
लम्बे समय से नाराज़ थे आजाद !
आपको बता दें कि गुलाम नबी आजाद लंबे समय से कांग्रेस से नाराज चल रहे थे। वे कांग्रेस के नाराज नेताओं के G-23 ग्रुप में भी शामिल थे। G-23 ग्रुप कांग्रेस में लगातार कई बदलाव की मांग करता रहा है। कुछ समय पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। गुलाम नबी आजाद ने अभियान समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के कुछ घंटों बाद ही पद से इस्तीफा दे दिया था। सोनिया गांधी चाहती थीं कि कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में आजाद के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़े। इसलिए उन्हें चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाया गया था। लेकिन गुलाम नबी ने पद मिलने के कुछ देर बाद ही स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद से उन्हें लेकर राजनीतिक गलियारों में तमाम कयास लगाए जा रहे थे।
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