जानिए क्यों महात्मा गांधी के साथ नोटों पर देखेंगे A.P.J Abdul Kalam और Ravindra Nath Tagore !

पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलम और देश के लिए राष्ट्रीय गान लिखने वाले रविंद्र नाथ टैगोर की तस्वीर जल्द ही आपको भारतियों नोटों पर दिखाए देने वालें है।

पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलम और देश के लिए राष्ट्रीय गान लिखने वाले रविंद्र नाथ टैगोर की तस्वीर जल्द ही आपको भारतियों नोटों पर दिखाए देने वालें है। जी हाँ अब तक नोटों पर सिर्फ महात्मा गांधी की फोटो देखने को मिलती थी लेकिन अब नोटों पर महात्मा गांधी के साथ साथ रवींद्रनाथ टैगोर और एपीजे अब्दुल कलाम भी देखने को मिल सकते हैं.

कहा जा रहा है कि आरबीआई यानि की (Reserve Bank Of India) कुछ नोटों की श्रंखला पर टैगोर और कलाम की फोटो का इस्तेमाल करने पर विचार कर रहा है. 11वें राष्ट्रपति मिसाइल मैन डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम और नोबेल प्राइज से सम्मन्ति रवीन्द्रनाथ टैगोर की फोटो लगाने के पीछे की वजह तो अभी पूरी तरह से साफ़ नहीं हो पायी है लेकिन जानकारी के मुताबिक इसके पीछे अंकों के वाटरमार्क को शामिल करने की संभावनाओं का पता लगाना उद्देश्य बताया जा रहा है.

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लेकिन सवाल ये भी उठता है की रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया को महात्मा गाँधी के अलावा किसी और की फोटो छापने का विचार क्यों आया। जिसका जवाब फ़िलहाल ऑफिशियली नहीं आया है लेकिन कुछ जानकर कहते है की जिस तरह बाकि देशों की मुद्राओं पर अलग अलग नेताओं की फोटो छपी रहती है जैसे US में वहां की बैंक नोट्स में अमेरिका की नींव रखने वाले महान लोग जैसे George Washington, Benjamin Franklin, Thomas Jefferson जैसे कई लोगों की तस्वीरें दिख जाती है अब उसी राह में RBI चल रहा है, देश की नोटों में सिर्फ महात्मा गांधी का होना और अन्य लोगों का ना होना सही नहीं लगता है.

आईआईटी-दिल्ली भेजे गए सेट नोटों –

वहीं मीडिया में छपी ख़बरों के मुताबिक, आरबीआई और सिक्योरिटी प्रिंटिंग एंड मीटिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने गांधी, टैगोर और कलाम वॉटरमार्क के सैंपल के दो अलग-अलग सेट आईआईटी-दिल्ली के एमेरिटस प्रोफेसर दिलीप टी. शाहनी को भेजे हैं. साहनी को दो सेटों के बीच चयन करने और उन्हें सरकार द्वारा अंतिम विचार के लिए जमा करने के लिए कहा गया है। इन सैंपलों पर सरकार अपना अंतिम फैसला लेगी। वॉटरमार्क की जांच करने वाले प्रोफेसर शाहनी इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंस्ट्रूमेंटेशन में माहिर हैं। मोदी सरकार ने उन्हें इसी साल जनवरी में पद्मश्री से नवाजा था.

2017 से ही शुरू हो चुकी थी प्रक्रिया-

वहीं सूत्रों के मुताबिक ये पूरी प्रक्रिया साल 2017 से ही शुरू हो चुकी थी जब बनाई गयी नौ आरबीआई आतंरिक समितियों में से एक, जो नोटों की नई श्रृंखला सुरक्षा सुविधाओं के लिए बनाई गई थी. जिसमें गांधी के अलावा टैगोर और कलाम के वॉटरमार्क भी होने की बात कही गई. इसके मुताबिक 2000 रुपए के नोटों को छोड़कर सभी नोटों में शामिल करने के लिए प्रस्ताव रखा गया. हालांकि अंतिम निर्णय अभी नहीं लिया गया. लेकिन तीनों के वॉटरमार्क के नमूनों को मंजूरी मिल चुकी है. फ़िलहाल सरकार इस पर विचार कर रही है.

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