11 सूत्री मांगों को लेकर झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ ने दिया धरना
11 सूत्री मांगों को लेकर ज़िला मुख्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन। हजारों की संख्या में स्वास्थ्य कर्मचारी, सहिया साथी, एनएचएम कर्मचारी, पोषण सखी सहित विभिन्न संगठनों से जुड़े कर्मचारी हुए शामिल
RANCHI: झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के द्वारा 11 सूत्री मांगों को लेकर बुधवार को ज़िला मुख्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन किया गया। जिसमें जिले भर से हजारों की संख्या में स्वास्थ्य कर्मचारी, सहिया साथी, एनएचएम कर्मचारी, पोषण सखी सहित विभिन्न संगठनों से जुड़े कर्मचारी शामिल हुए।
जिले में आंदोलन का नेतृत्व कर रहे महासंघ की संघर्ष समिति के जिलाअध्यक्ष प्रभात गुप्ता ने बताया कि 11 सूत्री मांगों को लेकर विशाल महाधरणा आयोजन किया गया है। इस धरणा के माध्यम से कर्मचारियों को हो रही समस्याओं से सरकार को अवगत कराने की कोशिश की जा रही है।
क्या क्या है मांगे
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सरकार में आने से पहले सभी सहिया साथियों और स्वास्थ्य कर्मचारियों से वादा किया था कि उनकी मांगों को पूरा किया जाएगा। लेकिन अब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया। मुख्य मांगों में तृतीय वर्ग के राज्यकर्मियों का न्यूनतम ग्रेड पे 2400 रुपए की जाये , चतुर्थ वर्ग के कर्मचारियों को तृतीय वर्ग के रिक्त पड़े पदों के 50 प्रतिशत पर पदोन्नति दी जाए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमारी मांगे पूरी नहीं की जाती है तो 4 दिसंबर को रांची में मुख्यमंत्री झारखंड सरकार के समक्ष धरना प्रदर्शन की जाएगी।
पदधारकों के स्थानांतरण पर लगाई जाए रोक
स्वास्थ्य विभाग में काम कर रहे सहिया, सहिया साथी, बीटीटी, एसटीटी, पारा मेडिकल, एएनएम आदि के लिए संवर्गीय नियमावली बनाई जाए। सेवानिवृत्ति की उम्र बढ़ाकर 65 वर्ष की जाए। आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका के निर्गत नियमावली की त्रुटियों को सुधारा जाए। अवैतनिक चौकीदारों की सेवा नियमित कर पूर्ण सरकारी कर्मचारी घोषित की जाए। संघ या महासंघ के पदधारकों के स्थानांतरण पर रोक लगाई जाए।