गोल्ड की लड़ाई में भारतीय महिला क्रिकेट टीम को मिली निराशा, सिल्वर से करना पड़ा संतोष

खूब लड़ी मर्दानी वो तो झाँसी वाली रानी ये पंक्ति भारतीय महिला क्रिकेट टीम पर ज्यादा सूट कर रहे है. जी हाँ बिर्मिंघम में कामनवेल्थ गेम्स खेले जा रहे है

खूब लड़ी मर्दानी वो तो झाँसी वाली रानी ये पंक्ति भारतीय महिला क्रिकेट टीम पर ज्यादा सूट कर रहे है. जी हाँ बिर्मिंघम में कामनवेल्थ गेम्स खेले जा रहे है और भारत लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा है कल भारत के पास एक और मौका था अपनी गोल्ड की फेहरिस्त में इजाफा करने के लेकिन शायद वो भारत की किस्मत में नहीं था और भारत को सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा।

पहली बार महिला क्रिकेट का आयोजन-

कॉमनवेल्थ खेलों के इतिहास में पहली बार महिला क्रिकेट का आयोजन हुआ और भारत ने एक सुनहरा मौका हाथ से गंवा दिया। फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने रोमांचक जीत दर्ज की। हरमनप्रीत कौर एंड कंपनी को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा। आखिरी ओवर में भारतीय महिलाओं को 11 रन बनाने थे और उसके सिर्फ दो ही विकेट बचे थे। मगर शुरुआती 3 गेंद में ही टीम ऑलआउट हो गई और 9 रन से खिताबी मुकाबला गंवा दिया।

 जीतते- जीतते  हार गया भारत-

खचाखच भरे स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था। बेथ मूनी के अर्धशतक की मदद से भारत के जबरदस्त क्षेत्ररक्षण के बावजूद आठ विकेट पर 161 रन बनाए। जवाब में भारत की शुरुआत बेहद खराब रही। तीन ओवर के भीतर ही दोनों ओपनर यानी स्मृति मंधाना (6) और शेफाली वर्मा (11) पवेलियन लौट गईं। यहां से कप्तान हरमनप्रीत कौर (43 गेंद में 65 रन) और जेमिमा रोड्रिग्ज (33 गेंद में 33 रन) ने काउंटर अटैक किया। दोनों के बीच 96 रन की पार्टनरशिप हो चुकी थी। यहां से भारत को जीत के लिए 34 गेंद में सिर्फ 44 रन चाहिेए था।

लेकिन जेमिमा (33) का विकेट गिरने के साथ भारत की लय खराब हुई और टीम ने लगातार अंतराल पर विकेट गंवाए। इस बीच कप्तान हरमनप्रीत कौर (65) भी खराब शॉट खेलकर अपना विकेट गंवा बैठी। हालांकि पुछल्ले बल्लेबाजों ने मैच को मजेदार बनाए रखा और ऑस्ट्रेलिया को मैच आसानी से जीतने का मौका नहीं दिया। आखिरी ओवर में भारत को जीत के लिए 11 रन बनाने थे, लेकिन टीम ऑलआउट हो गई। । ऑस्ट्रेलिया की ओर से एश्ले गार्डनर जीत की सूत्रधार रहीं, जिन्होंने गेंद से तीन विकेट चटकाए और बल्ले से 15 गेंद में ताबड़तोड़ 25 रन कूट डाले।

उज्जवल है भविष्य –

भले ही भारतीय टीम ने ये मैच गवा दिया हो लेकिन जिस प्रकार भारतीय टीम ने पूरे टूर्नामेंट बेहतरीन प्रदर्शन किया है वो वाकई में कबीले तारीफ है और ये भारतीय महिला क्रिकेट का भविष्य उज्जवल कितना होगा उसकी और बड़ा संकेत है। आपको बता दें की कामनवेल्थ गेम्स में भारत ने बेहतर प्रदर्शन किया है और 18 गोल्ड 15 सिल्वर 22 ब्रोंज …. कुल 55 मैडल हो गए है और अभी इसमें और भी इजाफा होना है।

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