# रिपोर्ट : भारत की विकास दर ‘उड़ान पर’ जबकि चीन ‘ढलान पर’, जानिए क्या कहते है ताज़ा आंकड़े ?
भारत की विकास दर दुनिया के अन्य विकसित और विकासशील देशों की तुलना में सबसे अधिक होने की संभावना है
हाल के सप्ताहों में अधिकांश घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय रेटिंग एजेंसियों ने भारत के लिए अपने विकास पूर्वानुमानों को घटा दिया है।
चीन की तुलना में काफी अधिक रहने की संभावना
हालांकि, इस तस्वीर का एक और पहलू सामने आया है। विकास दर अनुमानों में गिरावट के बावजूद 2022 में भारत की विकास दर दुनिया के अन्य विकसित और विकासशील देशों की तुलना में सबसे अधिक होने की संभावना है। इतना ही नहीं, पहली बार भारत की आर्थिक वृद्धि चीन की तुलना में काफी अधिक रहने की संभावना है।
भारत की विकास दर तेजी से बढ़ रही
जून में जारी विश्व बैंक की एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन के इस साल 4.3 फीसदी की दर से बढ़ने की उम्मीद है। जबकि भारत की विकास दर 7.5 फीसदी रहने की उम्मीद है। इसी तरह, भारत की विकास दर चीन की तुलना में तेजी से बढ़ रही है। इसकी पुष्टि आईएमएफ की रिपोर्ट में की गई है।
भारत की तुलना रूस, चीन, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों से
तो वहीं आरबीआई ने अपनी मासिक रिपोर्ट में कहा है कि यूक्रेन-रूस युद्ध के बाद बाकी दुनिया की तरह भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। हालांकि, यह भी माना जा रहा है कि भारत अन्य देशों की तुलना में तेजी से बढ़ेगा। भारत की तुलना रूस, चीन, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों से की गई है।
भारत की विकास दर 9 फीसदी से घटकर 8.2 फीसदी
वहीं इन एजेंसियों ने चीन के अनुमान को 5.1 से घटाकर 4.4 फीसदी कर दिया है। इसी तरह आईएमएफ की एक नई रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की विकास दर 9 फीसदी से घटकर 8.2 फीसदी हो जाएगी। चीन- देश की विकास दर 5.1 से घटकर 4.4 फीसदी पर आ गई है।