#गेम ने बनाया हत्यारा : दादी दादा को फंसाने के लिए पोते ने की हत्या !
उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में एक 19 साल के लड़के ने रोंगटें खड़े कर देने वाली घटना को अंजाम दिया है
हाल ही में पबजी गेम खेलने से मना करने पर एक नाबालिग बेटे ने गोली मारकर मां की हत्या कर दी थी। इस घटना की आग अभी ढंग से बुझी भी नहीं थी की देवरिया में एक और घटना ने सनसनी मचा दी है। उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में एक 19 साल के लड़के ने रोंगटें खड़े कर देने वाली घटना को अंजाम दिया है। 19 साल के अरुण ने अपने दादा दादी को फ़साने के लिए एक 6 साल के मासूम की गला दबा कर मौत के घाट उतार दिया।
शिक्षक के घर पहुंचे तो पता चला कि वह ट्यूशन आया ही नहीं
देवरिया जिले के लार थाना क्षेत्र के हरखौली निवासी गोरख यादव का पुत्र संस्कार गांव में ही निजी ट्यूशन शिक्षक नरसिंह शर्मा के घर पढ़ने जाया करता था। परिजनों ने बताया की उनका बेटा बुधवार दोपहर बाद करीब एक बजे ट्यूशन के लिए घर से निकला लौटने में देर होने पर उसके पिता ट्यूशन शिक्षक के घर पहुंचे तो पता चला कि वह ट्यूशन आया ही नहीं।
इस पर परिजन उसे गांव में तलाशने लगे। इसी दौरान एक खेत में एक पत्र मिला, जिसमें पांच लाख रुपये की फिरौती मांग की गई थी। इसके बाद परिजनों ने पुलिस को घटना की जानकारी दी।
मुंह व नाक फेवीक्विक लगाकर चिपका दिया
गुरुवार को पुलिस ने ट्यूशन टीचर के नाती अरुण की निशानदेही पर बच्चे का शव आरोपी के शौचालय से बरामद किया। शव को देख कर सभी के रौंगटे भी खड़े हो गए। शव का हाथ पैर बंधा हुआ था मुंह व नाक फेवीक्विक लगाकर चिपका दिया था। और ये पूर सच आरोपी ने खुद पुलिस के सामने कबूला है की कैसे उसने गला दबाकर हत्या की।
आरोपी अरुण ने बताया कि उसने संस्कार का शव शौचालय में छिपा रखा है।
धोखे से संस्कार के मुंह में गोंद डाल दिया
पूछताछ में अरुण ने पुलिस को बताया कि उसके दादा-दादी उसे पबजी खेलने और रुपये मांगने पर हमेशा डांटते रहते थे। इससे खफा होकर उसने दोनों को जेल भिजवाने के मकसद से संस्कार की हत्या की योजना बनाई। बुधवार को ट्यूशन आ रहा संस्कार उसे रास्ते में ही मिल गया था। वह उसके साथ हो लिया। घर के पास पहुंचने पर उसने धोखे से संस्कार के मुंह में गोंद डाल दिया, जिससे वह शोर न मचा सके।
करतूत से उसके माता-पिता भी सदमे में
इसके बाद उसे शौचालय में ले गया और गला दबाकर मौत के घाट उतार कर शव को शौचालय में छिपा दिया। गांव वालों ने अरुण के बारे में बताते हुए कहा की अरुण पबजी खेलने का आदी है। घर में डांट पड़ने पर वह आत्महत्या करने के लिए रेल लाइन पर पहुंच गया था। लेकिन लोग उसे समझा-बुझाकर वापस ले आए थे। अरुण की करतूत से उसके माता-पिता भी सदमे में हैं। घटना के बाद से गांव में तनाव को देखते हुए पीएसी के जवान तैनात कर दिए गए हैं। फ़िलहाल पुलिस करवाई कर रही है।