Bihar Politics: नीतीश कुमार ने कार्तिक सिंह को कानून मंत्री पद से हटाया, अब संभालेंगे इस विभाग का कार्यभार !
बिहार की महागठबंधन सरकार में कानून मंत्री कार्तिक सिंह को पद से हटा दिया गया है, और अब उन्हें गन्ना उद्योग मंत्री बना दिया गया है। इससे पहले गन्ना उद्योग विभाग शमीम अहमद के पास था।
बिहार की महागठबंधन सरकार में कानून मंत्री कार्तिक सिंह को पद से हटा दिया गया है, और अब उन्हें गन्ना उद्योग मंत्री बना दिया गया है। इससे पहले गन्ना उद्योग विभाग शमीम अहमद के पास था। उन्हें अब कार्तिक सिंह की जगह कानून विभाग की जिम्मेदारी दी गयी है। बिहार सीएम नीतीश कुमार की सलाह पर यह फैसला लिया गया है। इस संबंध में आदेश जारी हो गए हैं। आपको बता दें कि कार्तिक सिंह मंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही उनपर क्रिमिनल केस के चलते विवादों में घिर गए थे।
कार्तिक के खिलाफ दर्ज हैं चार आपराधिक मामले !
आरजेडी (RJD) के विधान परिषद सदस्य कार्तिक सिंह पटना स्थानीय निकाय से 2022 में MLC बने। कार्तिक शिक्षक भी रह चुके हैं, इसकी वजह से समर्थकों के बीच उन्हें ‘कार्तिकेय मास्टर’ के नाम से भी जाना जाता है। कार्तिक, पूर्व विधायक अनंत सिंह के करीबी माने जाते हैं। अनंत सिंह भी उन्हें मास्टर साहब कहकर ही बुलाते हैं। कार्तिक के खिलाफ चार आपराधिक मामले दर्ज हैं। जिसमे 3 गंभीर धाराओं समेत 23 धाराओं में केस दर्ज है।
जिस दिन शपथ ली उसी दिन जारी हुआ वारंट !
बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार बनी। नई सरकार के मंत्रियों ने 16 अगस्त को राजभवन में शपथ ग्रहण की। इस दौरान कार्तिक कुमार उर्फ कार्तिकेय सिंह ने भी शपथ ली और उन्हें कानून मंत्री बनाया गया। जिसके बाद वे विवादों में घिर गए। खबर यह है कि जिस दिन वह शपथ ले रहे थे, उसी दिन उनके खिलाफ वारंट जारी किया गया था। इस मुद्दे से देशभर में राजनीति गरमा गई, और विपक्षी दल भाजपा कार्तिक सिंह को बर्खास्त करने की मांग करने लगा।
अपराध के खिलाफ महागठबंधन सरकार की जीरो टॉलरेंस !
कार्तिक सिंह के कानून मंत्री बनते ही उनके खिलाफ वारंट जारी हो गया था। जिस पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा था कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है तो वहीं राजद (RJD) ने भी सफाई दी थी। आरजेडी प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा था कि अपराध, भ्रष्टाचार के खिलाफ महागठबंधन सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति है। उन्होंने कहा, न बेवजह किसी को फंसाया जाएगा और न किसी दोषी को बचाया जाएगा। शक्ति यादव ने कहा था कि मंत्री कार्तिकेय कुमार दोषी पाए जाएंगे तो सरकार उनपर कार्यवाई करेगी। आरोप लगाने और साबित करने में अंतर होता है। कार्तिकेय कुमार पर अपहरण का केस है। वह कोर्ट में नहीं गए इसलिए वारंट जारी हुआ।