शादी के बाद UPSC एग्जाम क्रैक कर , अनुकृति शर्मा बनी IPS OFFICER !
अनुकृति शर्मा जैसी महिलाए जो UPSC जैसी कठिन परीक्षा को क्रैक करने के लिए सोचती ही शादी के बाद है |
महिलाओ के लिए अक्सर माना जाता है की शादी के बाद उनके लिए करियर ऑप्शन ख़तम हो जाते है। या यूँ कहिये की शादी के बाद करियर बनाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। लेकिन इस सिचुएशन में भी अनुकृति शर्मा जैसी स्ट्रांग महिलाए सामने आती है जो UPSC जैसी कठिन परीक्षा को क्रैक करने के लिए सोचती ही शादी के बाद है,और ये सिर्फ सोचती ही नहीं बल्कि इस कठिन परीक्षा को पास कर के भी दिखाती है।
ना कभी कोई कोचिंग और ना कभी कोई टेस्ट सीरीज की ज्वाइन
हैरानी की बात तो ये है की अनुकृति शर्मा ने इस परीक्षा को पास करने के लिए ना कभी कोई कोचिंग ली और ना कभी कोई टेस्ट सीरीज ज्वाइन की ,बिना कोई टेस्ट सीरीज ज्वाइन किये आंसर राइटिंग प्रैक्टिस करना आसान नहीं था। लेकिन अनुकृति ने इस मुश्किल जंग को सफल कर ,एक इतिहास बना दिया , आइये जानते है अनुकृति शर्मा की संघर्ष की कहानी , जो आपका और कई महिलाओ का आत्मविश्वास बड़ादेगी।
अनुकृति ने सिविल सर्विसेज ज्वाइन करने की ठान ली
अनुकृति शर्मा राजस्थान के जयपुर की रहने वाली है ,अनुकृति के पिता सरकारी नौकरी में थे और माँ कॉलेज में पढ़ाती थी। पिता और माँ के आशीर्वाद से अनुकृति भी पढाई में अच्छी रही , उन्हें बचपन से ही समाज को कुछ कर दिखाने का जज्बा था। अनुकृति ने जयपुर के इंडो भारत स्कूल से अपनी पढाई शरू की थी। आगे की पढाई के लिए अनुकृति ने कोलकाता के इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च कोलकाता कॉलेज से जूलॉजिकल साइंस से ग्रेजुएशन पूरी की। इसी दौरान उनकी ज़िन्दगी में कुछ ऐसा बदलाव आया की अनुकृति ने सिविल सर्विसेज ज्वाइन करने की ठान ली।
समाज में जरूरतमंद लोगो की लाठी
हैरानी की बात तो ये है की अनुकृति ने कभी ये नहीं सोचा था की वो सिविल सर्विसेज की राह पर अपने कदम रखेंगी,हां लेकिन उन्हें ये ज़रूर पता था की उन्हें कुछ बड़ा कर अपनी एक अलग पहचान बनानी है। इसके पीछे का कारण ये था की जब अनुकृति अपने कॉलेज में पड़ती थी तो उनके कॉलेज के बाहर एक चाय वाला था जिसने पैसों की तंगी के कारण महज 14 साल की उम्र में अपनी बेटी की शादी करदी थी। तब अनुकृति ने सोच लिया था की उन्हें जब सारी सुविधाए मिल रही है तो क्यों ना वो उनलोगो के लिए कुछ करे जिन्हे ये सब सुविधाएं नहीं मिल सकती , क्यों ना वो समाज में जरूरतमंद लोगो की लाठी बनकर अपनी एक अलग पहचान बनाए।
शादी के बाद ही अनुकृति ने की UPSC की तैयारी
इसके बाद से ही अनुकृति को सिविल सर्विसेज का आईडिया आया , अनुकृति ने नेट भी क़्वालिफ़ाइ किया,और पीएचडी पूरी करने के लिए USA चली गई। पीएचडी पूरी होते ही जब अनुकृति वापिस भारत आई तो उनकी शादी करदी गई। भारत में ज्यादातर महिलाओ का करियर शादी के बाद रुक जाता है , क्योकि लोगो की मानसिकता ही ऐसी बनी हुई है की अगर लड़की की शादी हो गई है तो उसका काम अपना ससुराल संभालना होता है , लेकिन अनुकृति के साथ ऐसा नहीं था शादी के बाद ही अनुकृति ने UPSC की तैयारी और सिविल सर्विसेज ज्वाइन करने का फैसला किया।
तैयारी करने के नाम पर अनुकृति के पास कुछ भी नहीं था
लेकिन समस्या ये थी की तैयारी करने के नाम पर अनुकृति के पास कुछ भी नहीं था ,पहली बात तो वो साइंस की स्टूडेंट थी और दूसरी बात उन्हें IPC की धरा , संविधान और आर्टिकल्स के बारे में कोई जानकारी नहीं थी और न इतना समय था की वो अपने घर से निकल कर शहर जाकर इसकी कोचिंग ले सके। रास्ता भले ही मुश्किल था लेकिन एक बार जो अनुकृति ने थान लिया तो फिर पीछे मूढ़ कर नहीं देखा।
138वि रैंक के साथ अनुकृति ने क्रैक की परीक्षा
अनुकृति की UPSC की जर्नी काफी लम्बी रही ऐसा नहीं था की अनुकृति ने पहले ही एटेम्पट में ये एग्जाम क्रैक कर लिया था।
कई प्रयासों और कड़ी मेहनत के बाद अनुकृति को सफलता मिल ही गई। साल 2019 में 138वि रैंक के साथ अनुकृति ने ये परीक्षा क्रैक की ये उनका पांचवा एटेम्पट था। इस तरह से अनुकृति का सपना पूरा हुआ और वे आईपीएस ऑफिसर बन गई। अनुकृति के अनुसार आपके आंसर सूंदर तरीके से लिखे होने चाहिए जिसमे हैडिंग ,सब हैडिंग , बुलेट्स आदि सबकुछ दिया गया हो,साथ ही जो हिस्सा इम्पोर्टेन्ट हो या हाईलाइट करने लायक हो उसे हाईलाइट भी जरूर करे। जो प्रश्न पूछा गया हो सिर्फ उसी का जवाब दे , बोर्ड एक्साम्स की तरह अपने आंसर को लम्बा करने में कुछ भी नहीं लिखदे, जो पूछा जाए उसका पॉइंट टू पॉइंट आंसर दे। डायग्राम्स , फ्लोचार्ट और उदहारण बनाने की आदत डालें।
65 साल की वृद्ध नूरजहां के चेहरे पर खुशी
अब अनुकृति आईपीएस ऑफिसर होने के साथ समाज सेविका भी है। अभी कुछ महीने पहले ही एक खबर सामने आई जिसने लोगो का दिल जीत लिया ,चौपाल कार्यक्रम में एक बुजुर्ग महिला नूरजहां ने अपनी समस्या रखी। कहा कि गरीब हूं, घर में बिजली नहीं। उसी वक्त बुलंदशहर की ASP अनुकृति शर्मा ने तय किया कि 65 साल की वृद्ध नूरजहां के चेहरे पर खुशी और घर में बिजली लानी है। पुलिस के प्रयास से बिजली का कनेक्शन इन गरीब महिला के घर पर पहुंचा।
खास बात यह है कि पति वैभव ने भी साथ ही साथ ट्राई किया। हालांकि, उनका सिलेक्शन नहीं हो सका, लेकिन उन्होंने अपनी पत्नी का साहस बांधे रखा। वहीं, अब आईपीएस के पति वैभव दिल्ली की एक कोचिंग में स्टूडेंट्स को गाइड कर रहे हैं।
हैशटैग भारत की हिन्दी वेबसाईट के लिए आप यहां http://www.hashtagbharatnews.com क्लिक कर सकते हैं। आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं।