ईश्वर से गुजारिश : कोई कर रहा ” दुआ ” तो कोई टेक रहा है ” माथा “
रूस - यूक्रेन युद्ध में फंसे है भारतीय , अपनों से मिलने के लिए हर कोई कर रहा भारत सरकर से मदद की गुहार
कोई दुआ कर रहा है कोई माथा टेक रहा है, तरीका भले ही अलग हो लेकिन हर कोई ऊपर वाले को याद कर रहा है। ये तश्वीरें देखने में जितनी मार्मिक कर सकती है। उतनी ही हकीकत में आपको विचलित कर सकती है। रूस – यूक्रेन युद्ध ( war ) से न केवल वहाँ रह रहे लोगों के मन में अनहोनी का डर है बल्कि भारत में भी उनके परिजन में अनहोनी का भय साफ दिख रहा है।
आपको बता दें कि यूक्रेन में पढ़ने वाले छात्रों में 30 छात्र अलीगढ़ से हैं जो कि एमबीबीएस करने के लिए यूक्रेन गए हुए थे। वहीं यूक्रेन में पढ़ने वाले अलीगढ़ के छात्र सौरभ के पिता विश्व मित्र आर्य ने जानकारी देते हुए बताया कि उनका बेटा यूक्रेन में पढ़ रहा है और एमबीबीएस की फोर्थ ईयर में है। फिलहाल दोनों देशों के बीच युद्ध का माहौल है तो हम चाहते हैं कि जल्द ही सरकार द्वारा हमारे बच्चे को एयरलिफ्ट कराया जाए। साथ ही यूक्रेन में फंसे बच्चों की स्वस्थ कामना के लिए परिजनों द्वारा ईश्वर से प्रार्थना व पूजा-अर्चना भी की जा रही है।.
बाइट- यूक्रेन में फंसे छात्र की मां
वहीं लखीमपुर खीरी जिले के 2 छात्र युक्रेन में रहकर mbbs की पढ़ाई कर रहे हैं, इनमें से एक छात्रा खीरी कस्बे के सय्यद बाड़ा की निवासी है, जिसका नाम उम्मी खातून है, उम्मी खातू नपोलतावा स्टेट मेडिकल इन्स्टीट्यूट में 4 वर्षों से mmbs कर रही है, उम्मी खातून के पिता निज़ाम अली ने बताया की बीते 9 जनवरी को लखीमपुर से युक्रेन गई थी, उम्मी खातून ने वीडियो कॉल कर बताया की लगातार बमबारी की आवाज़ें आ रही हैं, बाज़ार पूरी तरह बंद है न तो खाने को कुछ मिल रहा है पीने का पानी मिलना मुश्किल हो गया है,लोगों में लगातार दहशत बनी हुई है |