सपा छोड़ निषाद पार्टी में शामिल हुए संजय कश्यप को छह महीने जिला बदर, जाने पूरा मामला…
संजय समाजवादी पार्टी में कई बड़े पदों पर भी रह चुके हैं। प्रशासन का कहना है कि शांति व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए यह कार्यवाही की गई है।
लखनऊ। निषाद पार्टी के नेता संजय कश्यप को छह महीने के लिए जिला बदर घोषित किया गया है। हरदोई की अपर जिला मजिस्ट्रेट वंदना त्रिवेदी ने इसका आदेश जारी किया है। भाजपा के पूर्ण बहुमत मिलने के बाद संजय निषाद समाजवादी पार्टी को छोड़कर भाजपा गठबंधन के घटक दल निषाद पार्टी में शामिल हुए थे।
संजय समाजवादी पार्टी में कई बड़े पदों पर भी रह चुके हैं। प्रशासन का कहना है कि शांति व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए यह कार्यवाही की गई है। वहीं संजय कश्यप का कहना है कि उनके ऊपर कोई ऐसे संगीन मामले नहीं हैं जिनके चलते उनके ऊपर गुंडा एक्ट लगाया गया है। उन्होंने कहा कि उनका एक पारिवारिक विवाद चल रहा था जो उच्च न्यायालय में विचाराधीन है।
दरअसल सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के निर्देश पर सपाइयों ने मतगणना स्थल के बाहर ईवीएम सुरक्षा को लेकर काफी हंगामा किया था। अधिकारियों के साथ अन्य गाड़ियों की चेकिंग की थी। इस मामले में शहर कोतवाली में एडीएम के ड्राइवर ने सरकारी काम में बाधा पहुंचाने व आचार संहिता उल्लंघन का मुकदमा 100 सपा नेताओं पर दर्ज कराया था। चुनाव नतीजों के बाद सपा छोड़कर निषाद पार्टी में शामिल हुए थे संजय कश्यप।