Maharashtra Political Crisis : नहीं थम रहा शिवसेना से विधायकों के टूटने का सिलसिला !

सावंतवाड़ी से विधायक दीपक केसकर, चेंबूर के विधायक मंगेश कुडलकर और दादर के विधायक सदा सर्वंकर मुंबई से गुवाहाटी के होटल पहुंचे।

महाराष्ट्र (Maharashtra)के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। क्योंकि उनके राज्य के तीन और विधायक आज (23 जून) असम के गुवाहाटी में शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे और अन्य विधायकों के साथ शामिल होने के लिए पहुंचे हैं। सावंतवाड़ी से विधायक दीपक केसकर, चेंबूर के विधायक मंगेश कुडलकर और दादर के विधायक सदा सर्वंकर ने मुंबई से सुबह की उड़ान भरी और गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल पहुंचे। जहां शिंदे और साथी नेता पहले से मौजूद है।

विद्रोही खेमे में शामिल

यह घटनाक्रम चार अन्य विधायकों- चंद्रकांत पाटिल, योगेश कदम, मंजुला गावित और गुलाबराव पाटिल के भी होटल पहुंचने और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले विद्रोही खेमे में शामिल होने के कुछ घंटों बाद आया है।

46 विधायकों के समर्थन का दावा किया

महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार में राजनीतिक संकट के बीच शिंदे ने बुधवार को कुछ निर्दलीय समेत 46 विधायकों के समर्थन का दावा किया था। उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर को एक पत्र भी दिया था। जिस पर शिवसेना के 35 विधायकों ने हस्ताक्षर किए थे। जिसमें सुनील प्रभु की जगह भरत गोगावले को शिवसेना विधायक दल का मुख्य सचेतक बनाया गया था।

दो बार राष्ट्रपति शासन लग चुका है

महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर रस्साकसी कोई नई बात नहीं है। पहले भी कई बार महाराष्ट्र इस तरह के राजनीतिक संकट का सामना कर चुका है। 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा-शिवसेना गठबंधन की जो स्थिति है। ठीक वैसी ही स्थिति 2004 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-एनसीपी की थी। महाराष्ट्र के राजनीतिक संकट की वजह से राज्य में दो बार राष्ट्रपति शासन लग चुका है।

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