प्रयागराज हिंसा के मास्टरमाइंड जावेद अहमद का घर गिराए जाने पर क्यों जेएनयू में हुआ प्रोटेस्ट,जानिए पूरा मामला
जावेद अहमद के वकील ने बताया केके राय ने बताया कि 20 साल से कर रहे हैं जनसेवा नहीं, आज तक नहीं दर्ज है कोई एफआईआर
प्रयागराज। 10 जून को प्रयागराज में हुई हिंसा के मामले में पुलिस प्रशासन जावेद अहमद पंप को पूरी घटना का मास्टरमाइंड बता रही है। इस पर कार्रवाई का दौर शुरु हो चुका है। इनके आशियाना स्थित मकान को ढाहाया जा चुका है। इसके विरोध में जेएनयू में आइसा संगठन ने पोटेस्ट किया है। अब यह फोटो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। लोगों के मन में यह सवाल घड़ा हो रहा है कि आखिर जावेद अहमद पंप के घर गिराए जाने पर जेएनयू में क्यों प्रोटेस्ट हो रहा है। जानिए क्या है पूरा मामला….
जावेद पंप के वकील ने बताया कि 20 साल से कर रहे हैं जनसेवा
जावेद मोहम्मद के वकील और उनको करीब से जाने वाले केके रॉय ने एक हिंदी न्यूज बेवसाइड को बताया है कि जावेद छात्र राजनीति में सक्रिय थे। एक साल पहले तक जावेद मोहम्मद उन सारी समितियों में थे जो मुसलामानों से जुड़े मुद्दों के लिए बनाई जाती हैं। वो बताते हैं कि वो ज़िला प्रशसन के काफ़ी करीबी सहयोगी रहे हैं, जो आदमी 20 साल से जनसेवा कर रहा है, जिनके ख़िलाफ़ छोटे से अपराध की भी एफ़आईआर नहीं है।
वो अचानक हिंसा के मास्टरमाइंड कैसे हो गए? और अगर आप उन्हें मास्टरमाइंड मानते हैं तो उनका घर गिरा दीजिये लेकिन आपने जिस घर को गिराया है वो तो उनके नाम पर है ही नहीं है। उन्होंने बताया है कि जावेद दिल्ली की वेलफ़ेयर पार्टी ऑफ़ इंडिया से जुड़े हुए हैं, इस पार्टी के संस्थापक एसक्यूआर इलियास हैं। उन्होंने बताया है कि साल 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के पहले एसक्यूआर इलियास और जावेद मोहम्मद के साथ अखिलेश यादव ने भी प्रेस वार्ता की थी और एलान किया था की हम मिलकर चुनाव लड़ेंगे लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
आफ़रीन फ़ातिमा की वजह से हुआ है प्रोटेस्ट
जावेद मोहम्मद के वकील केके रॉय ने बताया कि उनकी बेटी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के महिला कॉलेज की छात्रसंघ की अध्यक्ष रही हैं। वो टॉपर स्टूडेंट रही हैं, जेएनयू में छात्रसंघ की निर्वाचित काउंसलर रही हैं और अब वो रिसर्च कर रही हैं। प्रोटेस्ट की वजह वो हो सकतीं हैं।उनकी बेटी के ख़िलाफ़ कार्रवाई को लेकर सवाल पर प्रयागराज के एसएसपी अजय कुमार ने कहा कि जैसा मैंने शनिवार को बताया था, हिंसा के बाद से ही लगातार हमारी जांच टीम का काम कर रही थी।
सबूत मिलते ही कार्रवाई की जाएगी। बिना सबूत के अभी कोई कार्रवाई नहीं होगी। बात दें कि शनिवार को एसएसपी अजय कुमार का बयान आया था कि जावेद मोहम्मद से पूछताछ में उन्होंने बताया कि उनकी एक बेटी है जो जेएनयू में पढ़ती हैं और अपने पिता को राय-मशविरा देती रहती हैं।