क्या हेडफोन के ज्यादा इस्तेमाल से बहरापन हो सकता है? पढ़े यहाँ!

लंबे समय तक हेडफोन का इस्तेमाल करना आपके कानों के लिए खतरनाक हो सकता है संगीत प्रेमियों को अक्सर हेडफोन पहने देखा जाता है

संगीत प्रेमियों को अक्सर हेडफोन (headphones) पहने देखा जाता है और बाद में उन्हें कान में दर्द की शिकायत होती है। क्या आप जानते हैं किहेडफोन के ज्यादा इस्तेमाल से सुनने की क्षमता कम हो सकती है? बसों, ट्रेनों, हवाई जहाजों और महानगरों में हमने यात्रियों को हेडफोनका उपयोग करते हुए फिल्में देखते और गाने सुनते हुए देखा है। हालांकि यह देखने में अच्छा लग सकता है लेकिन इससे वास्तव में कानकी कई समस्याएं हो सकती हैं।

रीसर्च के अनुसार

फ्रांस के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एंड मेडिकल रिसर्च (INSERM) के एक हालिया अध्ययन के अनुसार फ्रांस में बड़ी संख्या मेंलोग हेडफ़ोन के कारण समस्याओं का सामना कर रहे हैं। अध्ययन ने एक आश्चर्यजनक तथ्य भी साझा किया कि फ्रांस में लगभग25% वयस्क सुनने की समस्याओं से जूझ रहे हैं। इसका मुख्य कारण हैडफ़ोन का अत्यधिक उपयोग है।

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15 करोड़ लोग सुनने की समस्या से जूझ रहे है

इसके अलावा बिगड़ती जीवनशैली सामाजिक अलगाव और अवसाद भी बहरेपन का कारण बन रहे हैं। अध्ययन में दावा किया गया है।इस अध्ययन में 18 से 75 वर्ष की आयु के 1.86 लाख लोगों को शामिल किया गया। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, दुनिया भर मेंलगभग 15 करोड़ लोग इस समय सुनने की समस्याओं से जूझ रहे हैं। 2050 तक यह आंकड़ा 250 मिलियन होने की उम्मीद है।

डॉ शरद मोहन का दावा

ईएनटी विशेषज्ञ डॉ शरद मोहन का दावा है कि 85dB या इससे अधिक पर हेडफ़ोन या इयरफ़ोन से संगीत सुनने से शोरप्रेरित श्रवणहानि (NIHL) हो सकती है। इसके अलावा तेज संगीत वाली जगह पर रहने से भी सुनने में समस्या हो सकती है। इन संकेतों की उपेक्षाकरने से बहरापन हो सकता है।

इस समस्या से कैसे बचें?

ईएनटी विशेषज्ञ डॉ शरद मोहन के अनुसार शोर से होने वाली श्रवण हानि को पूरी तरह से रोका जा सकता है। इसके लिए हेडफोन काइस्तेमाल करने के समय को कम करना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि किसी को उन चीजों / शोर से अवगत होना चाहिए जो आपकोप्रभावित करते हैं या सुनने में परेशानी का कारण बनते हैं। ऐसी स्थितियों से बचने के लिए संगीत सुनते समय आवाज धीमी रखें।

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