Chattisgarh: सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में एक उग्रवादी ढेर, पिछले 10 दिनों में ये तीसरा एनकाउंटर !
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सोमवार को पुलिस ने यह जानकारी दी कि सुकमा के जंगल में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में एक उग्रवादी को मारा गिराया गया।
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सोमवार को पुलिस ने यह जानकारी दी कि सुकमा के जंगल में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में एक उग्रवादी को मारा गिराया गया।
Divisional Committee का सदस्य था उग्रवादी !
सुचना एजेंसी PTI से बात करते हुए पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने बताया कि मुठभेड़ आज सुबह भज्जी थाना क्षेत्र के भंडारपदार गांव के पास एक जंगल में हुई जब जिला रिजर्व गार्ड (DRG) की एक टीम नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी। उन्होंने बताया कि सुबह करीब 7:30 बजे जब गश्ती दल जंगल की ओर बढ़ रहा था तभी दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी शुरू हो गयी। गोलाबारी बंद होने के बाद, एक उग्रवादी का शव मौके से बरामद किया गया, आईजी ने बताया कि “मृत उग्रवादी की पहचान माओवादियों की संभागीय समिति के सदस्य (Divisional Committee Member) माडवी हद्मा के रूप में हुई है।” उन्होंने बताया कि आसपास के इलाकों में तलाशी अभियान जारी है।
इसके पहले भी मारा गया था 5 लाख का इनामी उग्रवादी !
आपको बता दें कि पिछले दस दिनों में सुकमा जिले की यह तीसरी ऐसी घटना है जिसमें मुठभेड़ों में उग्रवादी को ढेर किया गया है। इससे पहले 29 जुलाई को बिंद्रापानी गांव के पास पुलिस के साथ मुठभेड़ में पांच लाख रुपये का एक इनामी उग्रवादी मारा गया जिसका नाम बुधराम मरकाम था। मरकाम के खिलाफ 19 मामले भी दर्ज थे। इसके अलावा फूलबगड़ी इलाके में एक अन्य उग्रवादी को भी मार गिराया गया था।
बता दें कि इससे पहले जून में छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सोमली सोदी उर्फ वनिता नाम की एक 5 लाख की इनामी महिला नक्सल ने अपनी बेटी को घर वापस लाने के लिए सरेंडर कर दिया था। सोमली ने 2003 से प्रतिबंधित संगठन के साथ काम कर रही थी और 2018 से उसे नागरम स्थानीय संगठन का कमांडर बना दिया गया था। सोमली 2004 में आवापल्ली-इल्मिडीह सड़क विकास परियोजना को सुरक्षा प्रदान करने में लगे पुलिस कर्मियों पर हमला करने वाली नक्सल टीम का हिस्सा थीं।