ICC T20 World Cup 2022: जानिए, मुस्लिम खिलाड़ी क्यों हैं T20 विश्वकप टीम से बाहर…

खेल में धर्म, जाति व वर्गभेद नहीं बल्कि बेहतर प्रतिभाओं का प्रदर्शन मायने रखता है। प्रतिभाएं तय करती हैं कि उनको खेल के किस  स्तर तक जाना है।

खेल में धर्म, जाति व वर्गभेद नहीं बल्कि बेहतर प्रतिभाओं का प्रदर्शन मायने रखता है। प्रतिभाएं तय करती हैं कि उनको खेल के किस  स्तर तक जाना है। बात भारतीय क्रिकेट की हो तो प्रतिभाएं कुछ विशेष हो जाती हैं। कारण यह है कि भारत में क्रिकेट सबसे चार्मफुल खेल है। इसी के चलते यहां पर होनहार प्रतिभाओं की कमी नहीं है। आईपीएल शुरु हो जाने के बाद प्रतिभाएं और निखरी हैं। बल्लेबाजी से गेंदबाजी तक में खिलाड़ियों के बीच कंपटीशन काफी सख्त हो गया है।

मुस्लिम खिलाडियों को टीम में न लेने पर उठे कई बड़े सवाल

भारतीय टीम तक पहुंचने के लिए यह नाकों चने चबाने जैसा है। भारतीय टीम में अति प्रतिभावान खिलाड़ी ही शामिल होता है। जब भारतीय टीम आईसीसी टी 20 वर्ल्ड कप खेलने जा रही हो तो चयनकर्ताओं को सबकुछ देख-समझ कर करना पड़ता है। 6 अक्तूबर को भारतीय टीम टी 20 विश्वकप 2022 के लिए ऑस्ट्रेलिया रवाना हो चुकी है।

टीम की रवानगी के बाद एक बार फिर से मुस्लिम खिलाड़ियों को टीम में शामिल न किए जाने पर सवाल खड़ा होने लगा है। इसको लेकर सोशल मीडिया पर बाकायदा ट्रेंड चल रहा है। ऐसा लगता है कि भारतीय टीम क्रिकेट के ग्राउंट पर खेल दिखाने नहीं बल्कि किसी राजनीतिक मंच पर भाषण करने जा रही हो। यह क्रिकेट के दुर्भाग्यपूर्ण है और खिलाड़ियों की प्रतिभाओं का भी अपमान है।

इन चार खिलाड़ियों को मैच में शामिल करने की उठ रही मांग

भारतीय टीम में जिन चार मुस्लिम खिलाड़ियों को टी 20 विश्वकप में शामिल किए जाने की मांग चल रही है। उनमें मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, उमरान मलिक व आवेश खान का नाम शामिल है। लोगों को लगता हैं उमरान के पास पेस हैं इसलिए वह आस्ट्रेलिया में घातक साबित हो सकते हैं। मोहम्मद शमी जिनके पास विकेट लेने की ताकत और रिवर्स स्विंग दोनों हैं। आवेश खान और सिराज की गेंदबाजी स्पीड को लेकर उन्हें ले जाने की बात लगातार कही जा रही हैं।

अच्छे प्रदर्शन के बाद भी मुहम्मद शमी खेल से रहे गायब

मोहम्मद शमी पिछले टी20 वर्ल्ड कप का हिस्सा थे, इस बात में कोई शक नहीं है कि वह भारतीय टीम के अहम गेंदबाजों में से एक हैं। हाल ही में उन्होंने गुजरात टाइटंस के साथ आईपीएल भी जीता हैं। लेकिन पिछले वर्ल्ड कप के बाद से वह टी20 टीम से गायब ही रहे हैं। शमी के पास विकेट लेने की ताकत हैं। वह शुरूआती ओवर में खतरनाक होने की ताकत रखते हैं। लेकिन पर मोहम्मद शमी डेथ गेंदबाजी में उतने अच्छे नहीं हैं।

भारतीय टीम को ऐसे गेंदबाज चाहिए जो शुरूआत और अंत में भी गेंदबाजी करने की क्षमता रखे। मोहम्मद शमी ने साल 2018 से 57 पारियों में 8.93 के स्ट्राइक रेय, 10.32 की इकॉनमी से 49 विकेट अपने नाम किए हैं। यानि कि मोहम्मद शमी डेथ में 10 रन प्रति ओवर देते हैं। वहीं हर 9 गेंद में वह विकेट लेने की क्षमता रखते हैं। टी20 इंटरनेशनल में मोहम्मद शमी ने 9 पारियों में 7 विकेट अपने नाम किए हैं। वहीं उनका स्ट्राइक रेट व इकॉनमी भी शानदार बिल्कुल नहीं हैं। मोहम्मद सिराज ने टी20 की 47 पारियों में डेथ ओवरों 15.47 के स्ट्राइक रेट, 10.38 की इकॉनमी से 23 विकेट अपने नाम किए हैं।

आवेश खान को अपने ऊपर ज्यादा काम करने की जरूरत

सिराज ने डेथ ओवरों में 49 चैके और 36 छक्के भी खाए हैं। आवेश खान जिनमें प्रतिभा हैं लेकिन उन्हें अपने ऊपर काफी ज्यादा काम करने की जरूरत हैं। आवेश खान का डेथ ओवरों में हाल काफी ज्यादा खराब हैं। उन्होंने 40 पारियों में 17.66 के स्ट्राइक रेट, 10.50 की इकॉनमी से 18 विकेट अपने नाम किए हैं। आवेश की डेथ में गेंदबाजी सामने वाली टीम को विजयी बना देती है। वहीं हम आवेश के टी20 इंटरनेशनल की बात करें तो वह 7 पारियों में एक भी विकेट नहीं ले पाए हैं। आवेश ने इन पारियों में डेथ में 38 गेंदें फेंकी हैं जिनमें उन्होंने 114 रन लुटाए हैं।

बात T-20 में शामिल होने वाले खिलाड़ियों की

उमरान मलिक का करियर अभी उतना ज्यादा बड़ा नहीं हैं। उन्होंने 8 पारियों में 12 के स्ट्राइक रेट, 10.62 की इकॉनमी से 4 विकेट अपने नाम किए हैं। हालांकि वो स्पीड स्टार हैं और भविष्य में भारतीय टीम के चमकते सितारे भी हैं। अब अगर टी 20 विश्वकप टीम में शामिल होने वाले गेंदबाजों की बात की जाए तो भुनेश्वर कुमार ने डेथ की 86 पारियों में 14.33 के स्ट्राइक रेट, 9.69 की इकॉनमी से 48 विकेट लिए हैं। हर्षल पटेल डेथ गेंदबाज हैं। 49 टी20 मैचों में उन्होने 10.32 की स्ट्राइक रेट, 9.85 की इकॉनमी से 43 विकेट अपने नाम किए हैं।

वहीं टी20 इंटरनेशनल में हर्षल ने 15 मैचों में 11 विकेट अपने नाम किए हैं।हर्षल ने हाल ही में चोट के बाद वापसी की हैं। वह थोड़ अभी डगमगा रहे हैं लेकिन भारत को उनसे काफी उम्मीदें हैं। अर्शदीप सिंह ने एशिया कप के दौरान अपने डेथ गेंदबाजी से सबको दीवाना बना दिया था। वह अपने यॉर्कर से सबको परेशना करते दिखे थें। अर्शदीप ने 43 पारियों में 11.42 की स्ट्राइक रेट, 8.06 की इकॉनमी से 33 विकेट अपने नाम किए हैं।

प्रदर्शन के चलते टीम में नहीं मिल पाई जगह

ऐसे में इन सारे आंकडों को देखकर पता चलता हैं कि सिराज, आवेश और उमरान वर्ल्ड की टीम में शामिल होने के आस-पास भी नहीं दिखते हैं। वही बात मोहम्मद शमी की करें तो वह अपने रिकॉर्ड से टीम में होना डिजर्व करते थे लेकिन उनका पिछला वर्ल्ड कप उतना अच्छा नहीं था जिसके बाद वो टीम से बाहर ही रहे। अब जसप्रीत बुमराह इस टी20 वर्ल्ड कप से चोट के चलते बाहर हो गए, बुमराह की जगह पर मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज को जगह मिल सकती हैं। तो जो बातें जो लगातार चल रही हैं हैं कि इन्हें मुस्लिम होने के चलते टीम से बाहर किया गया हैं वह सरासर गलत हैं। इनके प्रदर्शन के चलते ही इन्हें टीम में जगह नहीं मिली हैं।

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