परिवार का आरोप : बेखौफ होकर विपक्षी परिवार को लगातार धमका रहे हैं आरोपी !
बम से हमले में घायल युवक की ट्रामा में मौत , कार्रवाई के आश्वासन के बाद ही परिवार वालेअंतिम संस्कार को हुए राजी ।
माल के रनियामऊ में बम से किए गए हमले में घायल शिवम (19) ने गुरुवार रात इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। शुक्रवार दोपहर पोस्टमार्टम कराने के बाद परिवार वालों ने शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। शिवम (Shivam) के पिता मेवालाल आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार किए जाने की मांग पर अड़ गए। उनका आरोप था कि शनिवार रात हुई वारदात का मुकदमा लिखने के बाद भी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है। जिससे बेखौफ होकर विपक्षी परिवार को लगातार धमका रहे हैं।
प्रदर्शन की तैयारी होने लगी
इधर, शव रख कर प्रदर्शन की तैयारी होने लगी। जानकारी मिलते ही एसपी ग्रामीण हृदयेश कुमार मौके पर पहुंच गए। उन्होंने कार्रवाई का भरोसा दिया। इसके बाद परिवार वाले शव की अंतिम क्रिया करने को तैयार हुए।
शिवम खून से लथपथ पड़ा मिला
एसपी ग्रामीण हृदयेश कुमार के मुताबिक मेवालाल की तहरीर पर जानलेवा हमला करने का मुकदमा दर्ज किया गया था। शिवम की मौत के बाद उसमें हत्या की धारा बढ़ाई गई है। आरोपी घर छोड़ कर फरार है। जिनकी तलाश के लिए टीमें दबिश दे रही हैं। पिता मेवालाल के मुताबिक शिवम हरिद्वार में रह कर मजदूरी करता था। 19 जून की रात शिवम बाहर चारपाई डाल कर सोया था तभी देर रात तेज बहादुर, हरिकेश सिंह और दीपू सिंह ने उस पर बम फेंक दिया। वह लोग मेवालाल की हत्या करना चाहते थे। धमाके की आवाज होने पर मेवालाल घर से बाहर निकल आए थे। जहां उन्हें शिवम खून से लथपथ पड़ा मिला। ट्रामा सेंटर में भर्ती शिवम की गुरुवार देर रात इलाज के दौरान मौत हुई है।
चौकीदारी की जिम्मेदारी मेवालाल को दी
मेवालाल के मुताबिक वह राजेश सिंह और अर्जुन सिंह की जमीन की चौकीदारी करता है। कुछ वक्त पहले आरोपितों ने जमीन का सौदा किया था। इसके लिए 16 लाख रुपये के चेक दिए गए थे। ये चेक खाते में लगाने पर बाउंस हो गए थे। इस कारण राजेश और अर्जुन ने जमीन बेचने से मना कर दिया था। साथ ही चौकीदारी की जिम्मेदारी मेवालाल को दी थी। इसी बात को लेकर आरोपी मेवालाल से भी रंजिश मानने लगे थे।