जेल अधीक्षक हामिद अख्तर से ED की पूछताछ, कई बातों का होगा खुलासा
जेल अधीक्षक हामिद अख्तर ईडी पहुंचे दफ्तर। हामिद अख्तर पर जेल में खनन घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग केस में बंद आरोपियों को मदद पहुंचाने का लगा है आरोप।
Ranchi: बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा के जेल अधीक्षक हामिद अख्तर ईडी दफ्तर पहुंचे। जहां ईडी अधिकारी जेल अधीक्षक से पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के बाद ही कई बातों से पर्दा उठेगा।
कई अहम बातों को लेकर पूछताछ
दरसल हामिद अख्तर पर जेल में खनन घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग केस में बंद आरोपियों को मदद पहुंचाने का आरोप लगा है। आरोप है कि आरोपियों को जेल में विशेष सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है। कुछ दिन पहले ईडी ने जेल में छापा मारा था। इस मामले में पहले ही जेलर और जेल के बड़ा बाबू से पूछताछ हो चुकी है। बता दें कि जेल के अधिकारियों पर जमीन और खनन घोटाला सहित मनी लॉन्ड्रिंग केस में बंद आरोपियों के लिए गवाहों को धमकाने का आरोप लगा है।
जेल अधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंने गवाहों पर दबाव बनाने और धमकाने के लिए आरोपियों को अपने फोन का इस्तेमाल करने दिया। जेलर पर आरोप है कि उन्होंने आरोपियों के प्रभावशाली लोगों से मुलाकात कराई और जांच टीम से इस बात को छिपाया। आरोप यह भी है कि जेल के अहम सीसीटीवी फुटेज भी डिलीट किए गए हैं।
आखिर क्यों की गई डिलीट CCTV फुटेज
रांची जेल के जेलर नसीम खान और बड़ा बाबू दानिश ने अपने बयान में यह बताया कि बड़े अधिकारियों के निर्देश पर ही उन्होंने प्रेम प्रकाश को फोन उपलब्ध करवाया था। वही जेल के सीसीटीवी फुटेज को डिलीट करने के मामले को लेकर भी जेल अधीक्षक हामिद अख्तर को ईद के सवालों का सामना करना पड़ेगा।
कई मामलों पर भी चल रही जांच
ED झारखंड में अभी खनन घोटाला, मनरेगा घोटाला, टेंडर कमीशन घोटाला और जमीन घोटाला सहित मनी लॉन्ड्रिंग केस की जांच चल रही है। मामले में प्रेम प्रकाश, छवि रंजन, भानुप्रताप प्रसाद, अमित अग्रवाल और पूजा सिंघल सहित 1 दर्जन से ज्यादा आरोपी बंद हैं। ईडी ने छापे के बाद खुलासा किया था कि प्रेम प्रकाश नक्सलियों और गैंगस्टरों के साथ मिलकर ईडी अधिकारियों के खिलाफ साजिश कर रहा था। अधिकारियों को झूठे मामले में फंसाने की भी साजिश थी।