PM Modi के खिलाफ टिप्पड़ी करने वाले मालदीव के तीनों मंत्री सस्पेंड !

चीन के बल पर उछलने वाले नेताओं के पोस्ट आम तौर पर भारत विरोधी ही होते हैं। लेकिन इस बार उन्हें मालदीव में ही विरोध का सामना करना पड़ा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा पर जहर उगलने वाले मालदीव के तीनों मंत्रियों को एक साथ सस्पेंड कर दिया गया है। मालदीव के तीन मंत्रियों ने जब पीएम मोदी और भारत के खिलाफ बयान दिया था, तो उन्हें उम्मीद थी कि अपने देश में उन्हें बंपर समर्थन मिलेगा। चीन के बल पर उछलने वाले मोहम्मद मुइज्जू की पार्टी के इन नेताओं के सोशल मीडिया पोस्ट आम तौर पर भारत विरोधी ही होते हैं। लेकिन इस बार उन्हें मालदीव में ही विरोध का सामना करना पड़ा। सेलिब्रिटी से लेकर आम लोगों ने मालदीव की कड़ी आलोचना की थी। भारत में तो सोशल मीडिया पर #BycottMaldives ट्रेंड कर रहा है। मालदीव में भी विपक्ष ने सरकार के मंत्रियों के बयानों की सख्त आलोचना की है।

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मंत्रियों के खिलाफ तत्काल एक्शन की मांग

मालदीव के पूर्व विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद, सांसद इवा अब्दुल्ला और मालदीव्स रिफॉर्म मूवमेंट के प्रमुख फारिस मौमून भी भारत के पक्ष में उतरे। साथ ही कई नेताओं ने इन मंत्रियों के खिलाफ तत्काल एक्शन की मांग की थी। मोहम्मद मुइज्जू की सरकार के ये तीनों मंत्री अपने ही देश में विपक्ष के निशाने पर थे। सस्पेंड होने वाले मंत्रियों में मरियम शिउना, मालशा और हसन जिहान शामिल हैं। इन तीनों ने पीएम मोदी और भारतीयों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां की थीं। मालदीव की सरकार ने पहले ही इन तीनों मंत्रियों के बयान को निजी बताकर पल्ला झाड़ लिया था। इन मंत्रियों के निलंबन का फैसला राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने लिया है।

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अपमानजनक टिप्पणी के बारे में मालदीव सरकार को ज्ञात

मालदीव की सरकार ने कहा, “विदेशी नेताओं और शीर्ष व्यक्तियों के खिलाफ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपमानजनक टिप्पणी के बारे में मालदीव सरकार को ज्ञात है। ये विचार निजी हैं और मालदीव सरकार के नजरिए का प्रतिनिधित्व नहीं करते। सरकार का मानना है कि बोलने की आजादी का बर्ताव लोकतांत्रिक और जिम्मेदार तरीके से किया जाना चाहिए ताकि इससे नफरत, नकारात्मकता न बढ़े और अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ मालदीव के रिश्ते प्रभावित न हों।” साथ ही बयान में ये भी कहा गया है कि सरकार के संबंधित विभाग ऐसे लोगों पर एक्शन लेने से हिचकेंगे नहीं, जो इस तरह की अपमानजनक टिप्पणी करते हैं।

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