Monkeypox: कोरोना के बाद क्या मंकीपॉक्स भी मचा सकता है कहर !
जहां एक तरफ दुनिया भर के लोग काफी लम्बे समय तक कोरोना जैसी महामारी से परेशान रहे वहीं अब दूसरी तरफ मंकी पॉक्स का डर लोगो को सताने लगा है,
जहां एक तरफ दुनिया भर के लोग काफी लम्बे समय तक कोरोना जैसी महामारी से परेशान रहे वहीं अब दूसरी तरफ मंकी पॉक्स का डर लोगो को सताने लगा है,आपको बता दे, मंकी पॉक्स के अधिक मामलो को देखते हुए डब्ल्यूएचओ ने सप्ताहांत में वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित करने का फैसला कर दिया है,आपको बता दे की इस वैश्विक बीमारी को देखते हुए डब्ल्यूएचओ ने चिंता जताते हुए लोगो को सभी निदेशो के पालन करने की सलाह दी है।
दुनिया के किस देश में सबसे अधिक मामले
मंकी पॉक्स के सबसे अधिक मामले अब तक न्यूयॉर्क में देखने को मिल रहे हैं,साथ ही आपको बता दे कि संयुक्त राज्य अमेरिका के किसी भी अन्य शहर की तुलना में, अब तक 1,092 संक्रमणों का पता चला है। खबरों के मुताबिक न्यूयॉर्क शहर के सार्वजनिक स्वास्थ्य आयुक्त ने डब्ल्यूएचओ के प्रमुख को पत्र लिख कर मंकी पॉक्स के लिए अपनी चिंता वक़्त की है,पिछले महीने डब्ल्यूएचओ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मंकी पॉक्स वायरस का नाम बदलने का विचार किया था। आकड़ो के मुताबिक इस साल मई में मंकीपॉक्स के कई मामलों की पहचान की गई थी। साथ ही विश्व स्तर की बात करे तो अब तक 75 देशों से मंकीपॉक्स के 16,000 से भी अधिक मामले सामने आए हैं
मंकी पॉक्स के लक्षण
मंकीपॉक्स वायरस भी कोरोना की तरह संक्रमण से फैलने वाली बीमारी है इसका इन्क्यूबेशन पीरियड 6 से 13 दिन तक होता है.मंकीपॉक्स जानवरों से मनुष्यों में प्रसारित होने वाला वायरस है, जिसमें चेचक के समान लक्षण होते हैं, मंकीपॉक्स होने पर आमतौर पर बुखार, सिरदर्द, चकत्ते, गले में खराश, खांसी और सूजी हुई लिम्फ जैसे लक्षण समझ में आते है।