रत्न-ज्ञान : आखिर क्यों रत्नों में सबसे श्रेष्ठ रत्न है मोती ? जानिए इस खबर में

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मोती जातक की कुण्डली में ग्रहों की शान्ति के साथ साथ उनके स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव डालता है

पने अक्सर लोगों के हाँथों में या गले मे मोतियों को चमचमाते हुए पाया होगा। जितने आकर्षक ये मोती ( Pearl ) होते हैं उतना ही मनुष्य के जीवन मे उनका होना है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मोती जातक की कुण्डली में ग्रहों की शान्ति के साथ साथ उनके स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव डालता है। आईये जानते है कि मनुष्य के जीवन मे क्या क्या प्रभाव पड़ता है –

कुण्डली में प्रभाव

इससे जातकों की कुण्डली में चंद्रमा की समस्या को शांत किया जा सकता है। इसके पहनने से मन में सकारात्मक विचार उत्पन्न होते हैं।

मोती का आकर

ऐसा माना जाता है कि इसके आकार में लंबा तथा गोल हो साथ ही उसके मध्य भाग में आकाश के रंग जैसा वलयाकार, अर्द्ध चंद्राकार चिह्न हो तो ऐसा मोती धारण करने से धारणकर्ता शुभ फल की प्राप्ति होती है ।

किन राशियों के लिए उपयुक्त

राशियों की अगर हम बात करें तो मेष, कर्क, वृश्चिक और मीन लग्न के लिए शुभ माना जाता है ।जबकि सिंह, तुला और धनु लग्न वालों को विशेष परिस्थितियों में धारण करना बताया गया है।

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