धर्म के नाम पर देश का विभाजन क्यों ?

झारखण्ड की तरह बिहार में भी स्कूल के बंद होने पर विवाद छिड़ चुका है ऐसे में यह एक राजनीती का मुददा बन चुका है।

झारखण्ड की तरह बिहार में भी स्कूल के बंद होने पर विवाद छिड़ चुका है ऐसे में यह एक राजनीती का मुददा बन चुका है। बता दें कि सीमांचल के स्कूलों में साप्ताहिक अवकाश पर सवाल खड़े हो रहें हैं इस सिलसिले में भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने कहा कि धर्म के आधार छुट्टी देनें की मांग की जा रही है बता दें की यह एक राजनीतिक कारण बन चुका है और इसके साथ ही यह दुर्भाग्यपूर्ण और चिंताजनक का भी विषय है।

धर्म के नाम पर हो रहा है, देश का विभाजन

आपको बता दें कि यह एक देश के विभाजन की मानसिकता है इससे देश में सिर्फ धर्म के नाम वाद – विवाद होनें शुरू हो जायेंगे। जब रविवार को हर जगह छुट्टी होती है, तो शुक्रवार क्यों? उसके बाद मंगलवार को हनुमान चालीसा पढ़ने के लिए निकल जाएं।भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने कहा कि शुक्रवार को न केवल सीमांचल बल्कि मधुबनी और दरभंगा में भी सरकारी स्कूल बंद रहते हैं।हम अपने माध्यम से सरकार से इस नकारात्मक मानसिकता से सवाल रोकने की मांग करते हैं कि इस पर रोक लगाया जाये।

मंगलवार ही क्यों सावन के महीनें में सोमवार क्यों नहीं ?

जेडीयू एमएलसी और मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार (JDU MLC and Chief Spokesperson Neeraj Kumar) ने कहा कि उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी तक नहीं है और न ही सरकार के द्वारा इसके लिए कोई लिखित आदेश जारी हुआ है। ऐसी स्थिति में जो लोग सवाल उठा रहे हैं उनकी पार्टी का सीमांचल के क्षेत्र में वर्षों तक प्रतिनिधित्व रहा है तो अब इस मामले को क्यों उठा रहे हैं पहले क्यों नहीं सवाल उठाया गया।

वहीं मंगलवार को हनुमान चालीसा पढ़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मंगलवार क्यों सावन का महीना है तो सोमवार क्यों नहीं, उन्होंने कहा कि हर दिन का महत्व है। इसलिए इस तरह की बातें करना सही नहीं है।

सरकार के नाम पर स्कूल का जवाब

राष्ट्रीय जनता दल (Rashtriya Janata Dal) से शुक्रवार को स्कूल बंद होने के बारे में पूछे जाने पर भाजपा सरकार के नाम पर सवाल खड़े होने लगे। Rashtriya Janata Dal के वरिष्ठ नेता, विधायक और प्रवक्ता भाई वीरेंद्र से पूछा गया कि क्या शुक्रवार को स्कूलों को बंद करने का फैसला सही था।

उन्होंने कहा कि यह सरकार और नीति का मामला है। आपको बता दें पहले भी उन्होंने स्कूल को बंद करने का फैसला दिया था।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button