Uttar Pradesh: अखिलेश के ऑफर पर केशव प्रसाद मौर्य का पलटवार, बोले- आप बहकी-बहकी बात करते हैं !
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के सीएम वाले बयान पर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। केशव प्रसाद मौर्य ने तंज कसते हुए कहा कि अखिलेश बहकी-बहकी बातें कर रहे हैं।
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के सीएम वाले बयान पर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। केशव प्रसाद मौर्य ने तंज कसते हुए कहा कि अखिलेश यादव चुनाव में मिली हार की वजह से बहकी-बहकी बातें कर रहे हैं। भाजपा 25 साल सत्ता में कार्यकर्ताओं के परिश्रम, जनता के आशीर्वाद और मोदी मॉडल पर काम से बनी रहेगी।
केशव ने अखिलेश पर किया पलटवार !
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट करते हुए कहा, “श्री अखिलेश यादव जी पहले भाजपा के खिलाफ अपने 125 विधायकों को एक साथ एकत्रित कर लें, मैं जानता हूँ चुनावों में लगातार पराजय से बिगड़े स्वास्थ्य के कारण आप बहकी-बहकी बात करते हैं, भाजपा 25 साल सत्ता में कार्यकर्ताओं के परिश्रम, जनता के आशीर्वाद और मोदी मॉडल पर काम से बनी रहेगी!”
श्री अखिलेश यादव जी पहले भाजपा के खिलाफ अपने 125 विधायकों को एक साथ एकत्रित कर लें,में जानता हूँ चुनावों में लगातार पराजय से बिगड़े स्वास्थ्य के कारण आप बहकी बहकी बात करते हैं,भाजपा 25 साल सत्ता में कार्यकर्ताओं के परिश्रम,जनता के आशीर्वाद और मोदी माडल पर काम से बनी रहेगी!
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) September 8, 2022
क्या था अखिलेश का ऑफर?
आपको बता दें कि बीते दिनों अखिलेश यादव ने केशव प्रसाद मौर्य को एक ऑफर दिया था। उन्होंने कहा था कि केशव प्रसाद मौर्य 100 से ज्यादा विधायक लेकर आए तो समाजवादी पार्टी उन्हें मुख्यमंत्री के लिए बाहर से समर्थन देगी। अखिलेश यादव के इसी बयान पर केशव प्रसाद मौर्य ने अब पलटवार किया है।
केशव को बताया था कमजोर !
अखिलेश यादव ने कहा था कि केशव प्रसाद मौर्य बहुत कमजोर आदमी हैं। वह आज भी 100 विधायक लेकर आएं, हम उन्हें समर्थन देंगे। उन्हें बिहार से उदाहरण लेना चाहिए। जो बिहार में हुआ वह यूपी में क्यों नहीं हो सकता है? अखिलेश ने कहा, वो एक बार बता रहे थे कि उनके पास 100 से ज्यादा विधायक हैं। वो आज भी आएंगे तो हम उन्हें समर्थन देंगे। आपको बता दें कि एक महीने पहले ही बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने भाजपा से गठबंधन तोड़ा लिया था। उन्होंने अब RJD के साथ सरकार बना ली है। वहीं अब वे भाजपा के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश में भी लगे हुए हैं।