“ग्रे लिस्ट” से खुद को बाहर करने का पाकिस्तान के पास आखरी मौका !
जर्मनी में एक बैठक के दौरान पाकिस्तान को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की "ग्रे लिस्ट" से बाहर रखा गया था जिसकी कोई उम्मीद नहीं
इस्लामाबाद द्वारा आतंकवादी वित्तपोषण पर अंकुश लगाने के लिए व अपने कार्यों के बारे में बहुपक्षीय निगरानीकर्ता को आश्वस्त करने के हाई-प्रोफाइल प्रयासों के बावजूद, इस सप्ताह जर्मनी में एक बैठक के दौरान पाकिस्तान को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की “ग्रे लिस्ट” से बाहर रखा गया था जिसकी कोई उम्मीद नहीं है।
धन शोधन विरोधी प्रयासों पर अपने निष्कर्षों की घोषणा
विदेश राज्य मंत्री हिना रब्बानी खार 14-17 जून को बर्लिन में FATF की पूर्ण बैठक में भाग लेने के लिए एक पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रही हैं। निगरानी संस्था शुक्रवार को बैठक के अंत में पाकिस्तान के आतंकवाद विरोधी वित्त और धन शोधन विरोधी प्रयासों पर अपने निष्कर्षों की घोषणा करेगी।
जांच, मुकदमा चलाने के लिए और अधिक करने का निर्देश दिया
आपको बता दें मार्च में अपनी अंतिम पूर्ण बैठक में, FATF ने पाकिस्तान को अपनी “ग्रे लिस्ट” पर बनाए रखा। जिसके बाद उसे संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादी समूहों के वरिष्ठ नेताओं और आतंकवादी फंडिंग के कमांडरों की जांच, मुकदमा चलाने के लिए और अधिक करने का निर्देश दिया था।