धूम धाम से मिठाई बांटी, बधाई ली बाद में पता चला किसी का हुआ है सिलेक्शन
सिविल सेवा परीक्षा का आया रिजल्ट, दिव्या पांडे पास हुई, मिठाई बंटी, बधाइयां ली फिर ऐसा हुआ की होना पड़ा शर्मिंदा
सिविल सेवा की परीक्षा में पास होने का दावा करने वाली दिव्या पांडेय को लोगों से अब माफ़ी मांगना पड़ रहा है, दरअसल दिव्या पांडेय ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा दी ही जिसका परिणाम हालहीं में आया था.
जिसमे दिव्या पांडेय को उनके दोस्तों ने बताया की उसका सिलेक्शन हो गया. यूपीएससी एग्जाम देने वाले दोस्तों ने भी कॉल पर दिव्या को बताया, तुमने यूपीएससी में 323वीं रैंक हासिल कर ली है.
यह खबर जैसे ही फैली, वैसे ही दिव्या को बधाई देने वालो का तांता लग गया. सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड के सीएमडी, रजरप्पा के जीएम, रामगढ़ जिले की कमिश्नर माधवी मिश्रा सहित कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने दिव्या पांडे को बधाई दी.
उधर, दिव्या पांडे के यूपीएससी पास करने की खबर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से लेकर प्रिंट मीडिया में सुर्खिया बन गई, जबकि इसकी हकीकत कुछ और ही निकली.
असल में, यूपीएससी में 323वीं रैंक लानी वाली दिव्या पांडेय नहीं है, बल्कि वह तमिलनाडु की रहने वाली दिव्या पी हैं. इसी नाम और उपनाम की वजह गलतीफहमी पैदा हुई थी. जिसके बाद परिवार वालों को सम्मानित करने वाले सभी लोगों से माफ़ी मांगना पड़ा।