सोनिया गाँधी का कोरोना पॉजिटिव होना इत्तेफ़ाक़ है या कुछ और !

राजनीतिक गलियारों में ये कानाफूसी चल रही है की सोनिया गाँधी का ED के समन के बाद कोरोना पॉजिटिव होना महज इत्तेफाक तो नहीं

तारीख थी 1 जून, ED यानि प्रवर्तन निदेशालय ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गाँधी ( Sonia gandhi ) और सांसद बेटे राहुल गांधी को तलब किया और ED के सामने पेश का समन भेज दिया। सोनिया को 9 जून तो वहीं राहुल गाँधी को ED ने 2 जून को ही पेश होने का आदेश दिया था।

आठ जून को ED के सामने सोनिया को पेश होना

लेकिन राहुल गांधी देश में है ही नहीं जिसके बाद पार्टी ने 5 तारिख के बाद पेश होने की मांग की है। लेकिन चर्चा सोनिया गांधी के पेश होनी की ज्यादा है क्योंकि आठ जून को ED के सामने सोनिया को पेश होना था। लेकिन खबर आयी की सोनिया गाँधी कोरोना पॉजिटिव हो गयी है। जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में ये कानाफूसी चल रही है की सोनिया गाँधी का ED के समन के बाद कोरोना पॉजिटिव होना महज इत्तेफाक तो नहीं है।

ED के सामने पेश होने से बचने की एक चाल

जिसके बाद ये कयास लगाया जाने लगा की क्या सोनिया गाँधी का कोरोना पॉजिटिव होने की खबर आना ED के सामने पेश होने से बचने की एक चाल है ये हम नहीं राजनीतिक पंडित और विश्लेषक कह रहे है। फ़िलहाल इसपर कांग्रेस तरफ से बयान जारी का कहा गया है की कोरोना पॉजिटिव होने के बाद भी 8 तारिख को सोनिया ED के सामने पेश होंगी।

पूछताछ की तारीख को आगे बढ़ाया

वही कांग्रेस के ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया गया की ‘अंग्रेजों और उनके अत्याचारों से नहीं डरी, तो ईडी के नोटिस के जरिए सोनिया गांधी जी, राहुल गांधी जी और कांग्रेस पार्टी के साहस को कैसे तोड़ सकते हैं ? हम लड़ेंगे… हम जीतेंगे… हम झुकेंगे नहीं… हम नहीं डरेंगे।’ लेकिन कोरोना पॉजिटिव होने के बाद ऐसी उमीदें है कि पूछताछ की तारीख को आगे बढ़ाया जा सकता है।

चिंतन शिविर को बीच में ही छोड़ कर वापस दिल्ली आना पड़ गया

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ- साथ प्रियंका गाँधी और कांग्रेस के कुछ अन्य नेताओं के भी संक्रमित होने की खबर है। प्रियंका गाँधी को इसी कारण से यूपी में होने वाले दो दिवसीय नव संकल्प चिंतन शिविर को बीच में ही छोड़ कर वापस दिल्ली आना पड़ गया था।

भुगतान करके हेराफेरी करने का आरोप

आपको बता दें की आखिर जिस मामले में लगातार गाँधी परिवार की मुश्किलें बढ़ रही हैं वो है क्या दरअसल सोनिया गाँधी और राहुल को नेशनल हेराल्ड अख़बार से जुड़े मामले में ED ने समन भेजा है। नेशनल हेराल्ड मामला एक इक्विटी लेनदेन से संबंधित है। जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके बेटे राहुल गांधी पर एसोसिएटेड जर्नल्स की 2,000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति का कथित रूप से केवल 50 लाख रुपये का भुगतान करके हेराफेरी करने का आरोप है। जिसकी जाँच ED कर रही है।

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