# स्कूल विवाद : टरकाता प्रशासन, लटकता बच्चों का भविष्य !
बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी आकर यह कहते हैं जहां हम एडमिशन दिला रहे हैं वहीं ले लो वरना वहां भी नहीं मिलेगा
लखनऊ : राजधानी लखनऊ के डीएम सूर्यपाल गंगवार के वादे और दावे हवा-हवाई साबित हुए हैं। हाल ही में लखनऊ में मान्यता को लेकर दो स्कूलों के बीच जंग छिड़ गई थी।
जहां वह चाहेंगे उनके बच्चों के एडमिशन वहीं पर करवाए
जिसमें सरकारी सहायता प्राप्त सेंटेनियल स्कूल की बिल्डिंग में अवैध तरीके से मेथोडिस्ट चर्च नाम के स्कूल का संचालन पाया गया था। जिसके बाद डीएम सूर्यपाल गंगवार ने स्कूल प्रशासन के खिलाफ कार्यवाही की बिल्डिंग को मुक्त कराया था। मेथोडिस्ट स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों को आश्वासन दिया था कि जहां वह चाहेंगे उनके बच्चों के एडमिशन वहीं पर करवाए जाएंगे। लेकिन 3 दिन के बाद असलियत यह है कि अभिभावक अपने बच्चों को लेकर दर-दर भटक रहे हैं लेकिन कोई भी स्कूल एडमिशन देने को तैयार नहीं है।
बाइट : अभिभावक
अभिभावक पहुंचे तो उन्हें बैरंग वापस लौटना पड़ा
डीएम ने अभिभावकों के सामने कुछ स्कूलों के ऑप्शन रखे थे जहां पर वह अपने बच्चों को पढ़ा सकते हैं। लेकिन जब उन स्कूलों पर अभिभावक पहुंचे तो उन्हें बैरंग वापस लौटना पड़ा। उनका कहना है कि डीएम ने आदेश तो दे दिया लेकिन उनके नीचे बैठे अधिकारी उनके आदेशों को पलीता लगा रहे हैं।
बाइट : अभिभावक
अभिभावकों को बच्चों के भविष्य की चिंता
डीआईओएस फोन नहीं उठाते डीएम कभी ऑफिस में नहीं मिलते और बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी आकर यह कहते हैं जहां हम एडमिशन दिला रहे हैं। वहीं ले लो वरना वहां भी नहीं मिलेगा। ऐसे में अब इन मासूम बच्चों को अपनी शिक्षा प्राप्त करने के लिए जगह-जगह गुजारिश करनी पड़ रही है और उनके अभिभावकों को बच्चों के भविष्य की चिंता भी सता रही है।