PM मोदी ने स्वदेशी तेजस लड़ाकू विमान से भरी उड़ान,कहा-विश्व में हम किसी से कम नहीं हैं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कर्नाटक के बेंगलुरु से स्वदेशी तेजस लड़ाकू विमान से उड़ान भरी। पीएम मोदी ने लड़ाकू विमान तेजस में 45 मिनट तक उड़ान भरी।
न्यूज़ डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कर्नाटक के बेंगलुरु से स्वदेशी तेजस लड़ाकू विमान से उड़ान भरी। पीएम मोदी ने लड़ाकू विमान तेजस में 45 मिनट तक उड़ान भरी।
सफलतापूर्वक तेजस की उड़ान भरी
बताते चलें की पीएम ने इस दौरान आसमान में उड़ान भरते वक्त कुछ देर के लिए सारे कंट्रोल को भी खुद ऑपरेट किया। पीएम मोदी ने तेजस लड़ाकू विमान में उड़ान भरने के बाद कहा कि उन्होंने सफलतापूर्वक तेजस की उड़ान भरी और उन्हें इसके लिए गर्व है। इतना ही नहीं, उन्होंने बेंगलुरु स्थित एचएएल यानी हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड फैसिलिटी का दौरा भी किया।
एक्स अकाउंट पर शेयर किया तस्वीर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उड़ान की तस्वीरों को अपने एक्स अकाउंट पर शेयर किया और लिखा, ‘मैं आज तेजस में उड़ान भरते हुए अत्यंत गर्व के साथ कह सकता हूं कि हमारी मेहनत और लगन के कारण हम आत्मनिर्भरता के क्षेत्र में विश्व में किसी से कम नहीं हैं. भारतीय वायुसेना, DRDO और HAL के साथ ही समस्त भारतवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। ’उन्होंने एक और पोस्ट में कहा, ‘तेजस पर सफलतापूर्वक उड़ान पूरी की। यह अनुभव अविश्वसनीय रूप से समृद्ध था, जिसने हमारे देश की स्वदेशी क्षमताओं में मेरे विश्वास को काफी हद तक बढ़ा दिया और हमारी राष्ट्रीय क्षमता के बारे में मुझमें नए सिरे से गर्व और आशावाद की भावना पैदा की।
चौथी पीढ़ी का विमान
तेजस स्वदेशी चौथी पीढ़ी का टेललेस कंपाउंड डेल्टा विंग विमान है। यह फ्लाई बाय वायर फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम, इंटीग्रेटेड डिजिटल एवियोनिक्स, मल्टीमोड रडार से लैस लड़ाकू विमान है। तेजस चौथी पीढ़ी के सुपरसोनिक लड़ाकू विमानों के समूह में सबसे हल्का और सबसे छोटा है।
यह लगभग सभी मामलों में चीन और पाकिस्तान पाक द्वारा मिग-21 की नकल कर बनाए गए थंडरबर्ड से बेहतर है। जब बहरीन इंटरनेशनल एयर शो में तेजस को प्रदर्शित करने की बात की गई थी, तब पाक और चीन ने बेइज्जती से बचने के लिए थंडरबर्ड को वहां से हटा लिया था।
ई देशों ने तेजस को खरीदने में दिखाई रुचि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रक्षा उत्पादों के स्वदेशी उत्पादन पर जोर दे रहे हैं और उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला है कि कैसे उनकी सरकार ने भारत में उनके विनिर्माण और उनके निर्यात को बढ़ावा दिया है। बता दें कि कई देशों ने हल्के लड़ाकू विमान तेजस को खरीदने में रुचि दिखाई है और अमेरिकी रक्षा दिग्गज जीई एयरोस्पेस ने प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान Mk-II-तेजस के लिए संयुक्त रूप से इंजन बनाने के लिए एचएएल के साथ एक समझौता किया था।